
रायपुर। संविलयन की मांग कर रहे प्रदेश के शिक्षाकर्मियों को बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन बहिष्कार के निर्धारित कार्यक्रम के बीच आज अचानक शिक्षक पँ.ननि मोर्चा की मुख्यमंत्री से शाम को बैठक की बात सामने आई, जिसे स्थगित कर एक हफ्ते के पश्चात बैठक करने का आश्वासन सीएम कार्यालय द्वारा शिक्षाकर्मियों को दिया गया है।
शिक्षक पँ मोर्चा के संचालक वीरेंद्र दुबे ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि “आज मुख्यमंत्री से होने वाली हमारी बैठक अपरिहार्य कारणों से मुख्यमंत्री ने स्थगित करते हुए हफ्ते भर के भीतर पुनः बैठक करने की बात कही है।
वीरेंद्र ने कहा कि आज बातचीत नही हो पाई है मसलन मुख्यमंत्री ने स्वयं इस विषय पर गम्भीरता दिखाते हुए त्वरित पहल की है तो मोर्चा ने भी कल से होने वाले मूल्यांकन बहिष्कार में आंशिक परिवर्तन किया है, उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल को हाईपावर कमेटी का कार्यकाल भी पूर्ण हो जाएगा तो मुख्यमंत्री से उम्मीद है कि हमारी अगली मुलाकात में संविलियन की सौगात प्रदेश को प्रदान करें।
शिक्षक पँ/ननि मोर्चा के उपसंचालक धर्मेश शर्मा एवम् जितेंद्र शर्मा ने बताया कि पूरे प्रदेश में कल मूल्यांकन का बहिष्कार किया जाएगा, जिसमे समस्त मूल्यांकनकर्ता और मोर्चा संचालक शामिल होंगे, बुधवार से समस्त मूल्यांकनकर्ता काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन कार्य करेंगे, उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने मोर्चा को बुलाकर सकारात्मक पहल की है तो मोर्चा भी एक कदम बढ़ाते हुए इस मूल्यांकन के बहिष्कार के स्वरूप को परिवर्तित किया है।
कल करेंगे मूल्यांकन का बहिष्कार…
प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक अपरिहार्य कारणों से स्थगित होने पर मुख्यमंत्री आगामी एक सफ्ताह में पुनः बैठक का आयोजन करने का आश्वासन दिया गया है, इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मोर्चा ने निर्णय लिया है कि केंद्रीय मूल्यांकन के बहिष्कार के स्वरूप में थोड़ा बदलाव किया जाएगा, जिनमे कल से सभी मूल्यांकनकर्ता अपनी उपस्थिति मूल्यांकन केंद्र में देंगे, इसके पश्चात 4 अप्रैल बुधवार से प्रदेश के सभी मूल्यांकनकर्ता संविलियन की मांग को लेकर काली पट्टी लगा कर मूल्यांकन कार्य करेंगे।