
बिलासपुर। नए वित्तीय सत्र के आगमन के पूर्व आगामी सत्र के कार्य की योजना बनाने के संदर्भ में जिला बैंकर्स क्लब द्वारा आयोजित विशेष बैठक आज स्टेट बैंक के डीजीएम अनुराग मित्तल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर सर्वप्रथम सदस्यों द्वारा बैंक के प्रति नकारात्मक खबरों पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके कारणों पर मंथन किया गया, इस दौरान यह स्पष्ट किया गया कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम अन्य देशों की तुलना में काफी बेहतर है, यदि कभी कोई त्रुटि पाई जाती है तो तत्काल नियमानुसार सुधारात्मक कदम उठाये जाते हैं। आम जनता को सूचित किया जाता है कि बैंकों में जमा उनकी धनराशि पूर्णतया सुरक्षित है, अतः वे किसी भी अफवाहों के शिकार ना हो।
बैंकर्स क्लब की बैठक में बताया गया कि बैंको द्वारा कभी भी टेलीफोन पर पासवर्ड नही पूछा जाता है, इसलिए यह जानकारी गोपनीय रखें।
क्लब ने चूककर्ता ऋणियों से अनुरोध किया हैं कि वे समय पर ऋण की किश्तों का भुगतान कर अन्य जरूरतमंद को ऋण देने में सहयोग करें, बैठक में प्रशासन से अपील की गई कि विलफुल डिफाल्टर तथा फर्जी दस्तावेजों से धोखाधड़ी, जालसाजी करने वालो के खिलाफ कठोर करवाई करते हुए बैंक ऋण वसूली में सहयोग करने की मांग भी की गई। क्लब ने अपने सदस्यो को नियमानुसार बैंकिग करने की सलाह दी गई।
इस विशेष बैठक में पीएनबी के मंडल प्रमुख प्रदीपकुमार श्रीवास्तव, लीड बैंक मैनेजर रंजीत तिग्गा व कुछ दिनों पूर्व सेवानिवृत्त हुए पी राजेश एवं आईडीबीआई बैंक के असित पाढ़ी के स्थानान्तरण पर विदाई दी गई व उनका सम्मान किया गया।
साथ ही 1 अप्रैल से प्रारंभ नए वित्तिय वर्ष में आधुनिक तकनीकों के साथ सुरक्षित बैंकिग समुचित रूप से उपलब्ध कराते हुए बिलासपुर के समुचित विकास में योगदान देने की रणनीति तैयार की गई, आज से नये एलडीएम चंद्रशेखर मिश्रा, केनरा बैंक के एजीएम लोकनाथ, सीबीआई के एजीएम एस एस मूर्ति का स्वागत किया गया।
आज की बैठक में स्टेट बैंक के डीजीएम अनुराग मित्तल, रीजनल मैनेजर माधवनंद परिडा, क्लब के समन्वयक ललित अग्रवाल, पी सी मिश्रा, योगेश तिवारी सहित बड़ी सँख्या में विभिन्न बैंको के अधिकारी उपस्थित उपस्थित रहे।