
भिलाई। 20 फरवरी को भिलाई के नंदिनी रोड में स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य व उसकी पत्नी से प्रताड़ित होकर वहां छात्रा के आत्महत्या के लिए मजबूर होने के मामले में जिले के भाजपा नेता व समाजसेवी डॉ. मनीष राय ने प्रदेश के सभी डीएवी स्कूलों को प्रतिबंधित करने की मांग की है।
मामला भिलाई के नंदिनी रोड स्थित डीएवी स्कूल का है, जहां के प्राचार्य राजशेखर पालीवाल व उनकी पत्नी मीना पालीवाल के द्वारा मासूम छात्रा समीक्षा शास्त्री को इतना मानसिक व शारीरिक प्रताड़ित किया कि बच्ची दुख व दर्द सहन नही कर पायी और आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई।
पुलिस प्रशासन के द्वारा बच्ची की मौत मामले के जाँच मे ढिलाई बरती गई, लेकिन धारा 306,44 के तहत अपराध क्रमांक 52/18 के अंर्तगत भारी विऱोध व दबाव को देखते हुए गिरफ्तार आरोपी प्राचार्य व उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया,मसलन मासुम के पिता कर्मवीर शास्त्री भी उसी स्कूल मे शिक्षक है, पालीवाल के लोगो द्वारा लगातार उन्हें इस मामले में धमकियां दी जा रही है।
डॉ. मनीष ने बताया कि झुठी बीमारी का बहाना बनाकर आरोपी पति-पत्नी ने माननीय उच्च न्यायालय से जमानत ले लिया है,और यह कोई पहली बार नही है पालीवाल व उसकी पत्नी ने अपराध करके सच को अपमानित किया है, डीएवी विश्रामपुर, जिला सूरजपूर व चिरमिरी मे रहते हुए इन दोनो पति पत्नी ने भानूप्रकाश शास्त्री की भी जान ली है और इसमे पूरा साथ क्षेत्रीय निदेशक श्री प्रशांत कुमार ने भी दिया है।
डॉ मनीष ने आरोपी दम्पत्ति को आरोपित करते हए कहा कि इन दोनो ने पूर्व मे भी वर्ष 2005 मे एक बलात्कारी शिक्षक संतोष झा को विश्रामपुर मे बचाया था और रातो रात फरार करा दिया था जो आज मजे से डीएवी कुटेश्वर, कटनी, मध्यप्रदेश मे नौकरी कर रहा है और अब तक पता नही कितने और मासूमो को अपनी हवस का शिकार बना लिया होगा और इसके जिम्मेदार श्री पालीवाल व प्रशांत कूमार ही होंगे।उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें इस बारे में जानकारी मिली तो तत्काल उन्होंने मृतिका की समीक्षा के माता-पिता से मिलने व उनके दुख मे संबल देने बरमकेला रायगढ़ गए, जहां मासूम की माँ से उन्होंने मुलाक़ात की।
इसके पश्चात उन्होंने राय ने बिलासपुर कलेक्टर को राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम पर आज अपने कार्यकर्ताओ के साथ डीएवी को छत्तीसगढ़ मे प्रतिबंधित करने व तत्काल प्राचार्य पति पत्नी की जमानत रद्द करने हेतु ज्ञापन दिया है, साथ ही एस ई सी एल बिलासपुर के सीएमडी बी आर रेड्डी को डीएवी से तत्काल अनुबंध तोड़ने के लिए ज्ञापन दिया है।
डॉ मनीष ने मुख्य न्यायाधीश ,उच्च न्यायालय , बिलासपुर से इनकी जमानत तत्काल रद्द करके समाज के बाकी मासूम बेटे बेटियो के रक्षा के लिए निवेदन किया है, डीएवी मे ज्यादातर प्राचार्य तानाशाही करके भ्रष्टाचार, अनाचार व शोषण करते आ रहे हैं /