छत्तीसगढ़ के कामगार बने बंधुआ मजदूर, पहले अहमदाबाद फिर जम्मू कश्मीर में हैं, जिम्मेदार नहीं करते करवाई…..

बिलासपुर। आपने बंधुआ मजदूर की कहानी टेलीविजन धारावाहिक या फिर किसी किताब में देखी या पढ़ी होगी,पर आज हम आप सब को ऐसी घटना से अवगत करा रहे हैं, जो आज भी हमारे विकास के सारे दावों को आसानी से खोखला साबित कर देगी।
इस मामले को लेकर कलेक्टर पी.दयानंद के पास आवेदन आया है, जिसमे आवेदनकर्ता ने शिकायत की है कि मस्तूरी विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम मल्हार, चकरबेडा, विद्याडीह, टाँगर, सुकुलकारी के मजदूरों को जम्मू कश्मीर अमरनाथ के पास के गांव लालग के ईटा भट्ठा में जबरन बंधुआ मजदूरी करवाया जा रहा है, ईटा भट्ठा के मालिक ने उनकी मर्जी के खिलाफ उन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर रखा है,
आवेदक ने कलेक्टर को जल्द से जल्द करवाई कर उन्हें मुक्त कराने की अपील की है इससे पहले भी इसी मामले में आवेदन दिया गया था, जिसमे शिकायत की गई थी कि नेपाल के धान्धी जिले के धारके निवासी इटभट्टी मालिक राजेन्द्र एवं संजय व मेहंदी हसन, जमादार शरीफ ने लोगों को बंधुआ मजदूर बनाकर रखा है।
मजदूर ने भाई को फोन पर बताई आप-बीती, कहा घर वापस आना चाहता हूं
चकरबेडा निवासी देशराज बंजारे ने बताया कि जुलाई 2016 में उसका बड़ा भाई रामकिशन अपने परिवार को लेकर ईट भट्टी में काम करने अहमदाबाद गया था, उसके बाद जून 2017 में किशनलाल ने फोन करके उसे बताया कि वहां के इटभट्टी में उनके साथ, मल्हार, चकरबेडा, सुलूककारी, विद्याडीह, टाँगर, परसाडीह व बलौदाबाजार के आसपास के गांव के लोग मजदूरी कर रहे हैं, इस ईटभट्टे के मालिक का नाम रहीस है, जो मार्क 311 नंबर की ईंटें बनाता है, किशनलाल फोन पर अपने भाई देशराज को बताया कि ने वहां के मजदूरों को मालिक खाना पीना नहीं देता, उनसे जबरन काम कराता है।
मानसिक, शारीरिक शोषण करते हैं, खाना भी नहीं देते
मजदूर अपने घर वापस आना चाहते हैं, जबकि मालिक यह नहीं चाहता वह हमेशा उन पर दबाव बनाए रखता है, वह उनका आर्थिक, मानसिक व शारीरिक शोषण करता है जातिसूचक अश्लील गली-गलौच भी करता है।
आवेदन देने पर नहीं हुई कोई करवाई, फिर से दे रहे आवेदन
आवेदक ने बताया कि बच्चो सहित अहमदाबाद के उस ईटभट्ठे में छत्तीसगढ़ के 34 लोगों को बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है, किसी भी प्रकार के विरोध न होने पर वो मजदूर व उनके परिवारों को जम्मू कश्मीर के ईटाभट्ठे में ले गए हैं, जहां उनकी स्थिति और भी बुरी होती जा रही है।
अहमदाबाद से ले गए नेपाल वहां से जम्मू कश्मीर ले गए
इस दौरान आवेदकों ने बताया कि पूर्व में भी इस घटना की शिकायत कलेक्टर से की जा चुकी है, जिस ओर उन्होंने अबतक कोई करवाई नहीं जिसके कारण अब वही मजदूर अब नेपाल में बंधक हैं, इसके बाद उनके अब जम्मू कश्मीर ले जाया जिज़ अब यहां उनकी स्थिति और भी बदतर होती जा रही है, उन्होंने बताया कि यह सभी जानकारी उन्हें फ़ोन पर मिली।
आवेदक अश्विनी सूर्या व देशराज बंजारे ने इस विषय में कलेक्टर से भट्ठा मालिक एवं जमादार के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी अधिनियम, अनुसूचित जाति अधिनियम, मानव तस्करी व मजदूरी अधिनियम के तहत जल्द से जल्द सकारात्मक करवाई करने की मांग की है।