ब्रेकिंग
बिलासपुर के कराते खिलाड़ियों ने 44 स्वर्ण, 22 रजत एवं 21 कांस्य पदक जीतकर जिले का नाम किया रोशन बिलासपुर: यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 28 मई को बिलासपुर में, 36 दिव्यांग सहित 5532 परीक्षार्थी 22 ... बिलासपुर: जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा की माँग पर दो सड़कों के लिए 61 लाख रुपए हुए स्वीकृत बिलासपुर: दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ में भी मिले शहीद जवानों को एक करोड़ मुआवाजा- उज्वला कराड़े बिलासपुर: अरपापार पृथक नगर निगम की माँग को जनता का मिल रहा पूर्ण समर्थन- पिनाल बिलासपुर: कॉलोनाइजर की मनमानी से परेशान है बीएन सिटी कॉलोनी के रहवासी, देखिए तस्वीरें बिलासपुर: बिना प्लानिंग के लगे सिग्नलों पर उज्वला कराडे ने उठाई उंगली बिलासपुर/मस्तुरी: केवटाडीह भूतहा गौठान के महिला समूह को गोबर खरीदी के लिए पिछले दो वर्षों से नहीं मि... बिलासपुर: झीरम घाटी के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि बिलासपुर: बदमाशों में बिलासपुर पुलिस का खौफ नहीं, रात में 5 लोगों के ऊपर डंडा और टांगी से हत्या करने...

सांसद आदर्श ग्राम के रोजगार सहायक को 2 साल से नहीं मिला वेतन, परिवार झेल रहा तकलीफें……

बिलासपुर। जब सहारा ही बेसहारा हो जाए तो कोई सहारा नहीं बचता, सिवाय तकलीफों के ज़िन्दगी को और कुछ नहीं मिलता कुछ ऐसा ही मामला फिलहाल में सामने आया है।यह पूरा मामला जनपद पंचायत कोटा के अंर्तगत आनेवाले ग्राम मिटठूनवां का है, इस गांव को सांसद आदर्श गांव घोषित किया गया है। आदर्श ग्राम होने के बावजूद भी यहां कार्यरत रोजगार सहायक को दो साल से नहीं मिला मानदेय, जिसके कारण पैसों की तंगी के हालात में इलाज के अभाव में पिता की मौत हो गई, उसका दो साल का मासूम बच्चा कैंसर से पीड़ित है,परिवार बदहाली के कगार पर है। दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी जांच- जांच का खेल, खेलकर उनके हालातों का मजाक उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।उक्त मामले में पता चला है कि पूर्व जनपद सदस्य के दबाव में अधिकारी ने रोजगार सहायक को मानदेय देने से इनकार कर दिया है।ऐसी घटनाएं आज भी समाज में मानवता को शर्मसार करती हैं, इतना सबकुछ होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी उनकी स्थिति को ठीक करने के बजाय उनकी गरीबी का बेखौफ होकर मजाक बना रहे हैं। 
 
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9977679772