रायपुर/ आखिर छत्तीसगढ़ यह किस दिशा की ओर अग्रसर हो रहा है? शांतिप्रिय राज्य माने जाने वाले छत्तीसगढ़ में लगातार क्राइम रेट बढ़ रहा है। हमारी मासूम बेटियां अब छत्तीसगढ़ में सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बेटी बचाओ का नारा महज बातों तक सीमित है। सच्चाई तो यह है कि हमारी बेटियां अब कहीं पर भी सुरक्षित नहीं हैं। आए दिन लड़कियों के साथ बलात्कार की दिल दहला देने वाली खबरें सामने आ रही हैं। ऐसी खबरें जो किसी के भी होश उड़ा सकती हैं। यह खबरें सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि आखिर हम मासूम बच्चियों के लिए कैसा समाज बना रहे हैं। क्या वाकई हम एक आदर्श समाज हैं या हम महज एक आदर्श समाज होने का ढोंग करते हैं। प्रदेश में बलात्कारी और दरिंदे खुलेआम घूम रहे हैं और वे खास कर छोटी बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं और उनके साथ बलात्कार कर रहे हैं। यौन उत्पीड़न की ताजी खबर रायपुर जिले से सामने आई है।मिली जानकारी के अनुसार, धरसीवां के सांकरा स्थित फैक्ट्री में एक महज 3 वर्ष की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का घिनौना मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है ।
मिली जानकारी के अनुसार, धरसीवां के सांकरा स्थित फैक्ट्री में मजदूरी करने वाले कुछ श्रमिक परिवार रहते हैं/इनमें से एक श्रमिक परिवार की तीन साल की बेटी आज जब फैक्ट्री के अंदर खेल रही थी, तभी मौका पाकर अज्ञात आरोपी ने मासूम बच्ची के मुंह में अंडा डालकर बलात्कार किया और वहां से फरार हो गया. सूचना पर पहुंची सिलतरा पुलिस ने बेहोश बच्ची को तुरंत ही उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।वहीं ,पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है /