बिलासपुर: कोरोना को लेकर लापरवाही, मास्क लगाए बिना कलेक्टर सारांश मित्तर ने ली टीएल बैठक, देखिए तस्वीरें
इन तस्वीरों में कलेक्टर बिना मास्क के नजर आ रहे हैं .
बिलासपुर। कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने आज समय-सीमा की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना की सैम्पल टेस्टिंग बढाएं। उन्होंने खण्ड स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी को सैम्पल कलेक्शन सुचारू रूप से करने कहा। कोविड वैक्सीनेशन के लिए समुचित प्रचार-प्रसार के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। यह जानकारी जिला प्रशासन के जनसंपर्क विभाग से प्राप्त हुई/
जनसंपर्क विभाग से प्राप्त तस्वीरों में कलेक्टर सारांश मित्तर बिना मास्क के और ज्यादातर जिम्मेदार अधिकारी मास्क में नजर आ रहे हैं/15 मार्च की एक खबर के माध्यम से हमने अपने पाठकों को बताया था कि प्रदेश में एक बार फिर फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फरवरी माह में विधानसभा परिसर में ही चार मंत्रियों के साथ अफसरों की आपात बैठक बुलाकर हालात पर मंथन किया था । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में मास्क फिर अनिवार्य करने के निर्देश दिए थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि दिल्ली, मुम्बई सहित महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। इसलिए सभी कलेक्टरों को सतर्क रहना होगा/ बावजूद इसके बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर पर सीएम की अपील का कोई असर आज भी नहीं होता दिख रहा है , जबकि आज मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज महानदी भवन मंत्रालय से वीडियो कान्फंे्रसिंग के माध्यम से संभागायुक्त, कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं वनमण्डलाधिकारी को विशेष रूप से कहा है कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड गाईड लाईन का पालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी माह में आने वाले त्यौहारों को देखते हुए राशन दुकान, पेट्रोल पंप में इस हेतु मास्क पहनना, 2 गज की दूरी रखना तथा हाथ धोना जैसी बातों पर लोगों में जागरूकता लाने प्रयास किये जाए। सार्वजनिक स्थानों इनका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।
मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने जिले में कराए जा रहे कोविड वैक्सीनेशन के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए खण्ड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि एसडीएम, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं नगर पंचायतों के सीएमओ के साथ समन्वय स्थापित कर कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करें एवं अधिक से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन करवायें। उन्होंने मितानिनों एवं सचिवों के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर लोगों को प्रेरित करने कहा। कोविड वैक्सीनेशन से संबंधित जानकारी का अधिक से अधिक प्रचार- प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए जिससे अधिकतम लोगों तक जानकारी पहुंच सके। कलेक्टर ने कहा कि जो लोग टीका लगवाने के इच्छुक नहीं है उनसे इनकार नामा अवश्य ले लिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए नागरिक टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क कर सकते हैं।
इस दौरान उनके चेहरे पर कोरोना का कोई खौफ नहीं दिखा। जिस तरह कलेक्टर का लापरवाह रवैया सामने आया वो बड़ी परेशानी का सब़ब है। सारांश मित्तर जिले के कलेक्टर हैं, ऐसे में उनसे कोरोना के खिलाफ रोल मॉडल बनने की उम्मीद की जाती है, जिसमें वो फिलहाल नाकाम दिख रहे हैं ।
जिम्मेदार कलेक्टर की ये जिम्मेदारी बनती है कि कोरोना के खिलाफ चल रही मुहिम में वो रोल मॉडल बनकर आम जनता के लिए मिसाल पेश करे। ना कि इसे हल्के में ले। कलेक्टर की पोस्ट एक जिम्मेदार अधिकारी की पोस्ट होती है । ऐसे सारांश मित्तर की लगातार हरकतों ने उन्हें सवालों के घेरे में फिर से डाल दिया है।