बिलासपुर: विकास सिंह ने मीडिया के माध्यम से कॉलेज प्रशासन से पूछा, ऑफलाइन परीक्षा के दौरान अगर कोई छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमित हुए तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा
बिलासपुर/ कॉलेज में होने वाली परीक्षा को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है जिस प्रकार से अभी कोरोना का ग्राफ धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ में बढ़ रहा है उससे छात्रों व उनके परिजनों में भय का महौल है। छात्र-छात्रायें भी चाहते है कि परीक्षा ऑनलाइन हो, जिससे कोरोना संक्रमण से बचा जा सके। इसी बीच साइंस कॉलेज के द्वारा परीक्षा तिथि की घोषणा की गई। जिस तरीके से ऑनलाइन पढ़ाई हुई, बहुत से छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ा । कुछ अपने घर से दूर रहते हैं जिसके कारण वो समय पर परीक्षा में नही बैठ पाएंगे/ उक्त बातें जिद्दी यूथ टीम के पदाधिकारी विकास सिंह ने मीडिया से कही/
विकास सिंह ने मीडिया को बताया कि ज़िद्दी युथ की टीम द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाए।
विकास सिंह का कहना है कि अभी सरकार का कोई भी आदेश नहीं आया है, फिर भी कॉलेज द्वारा परीक्षा तिथि की घोषणा कर देना अपने आप में सवाल खड़े कर देता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई बच्चा कोरोना संक्रमित हुआ तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा।
विकास ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य व राजस्व मंत्री कोरोना के चपेट में आ गए हैं । अब सवाल ये उठता है कि जब राज्य में मंत्री कोरोना से अछूते नहीं है तो बच्चें फिर ऑफलाइन पेपर कैसे दे पाएंगे/
विकास सिंह ने कहा कि आप लोग को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है/ ऑनलाइन परीक्षा के समर्थन में हम सम्पूर्ण रूप से पुरे प्रदेश में कार्यरत हैं/ जल्द ही हमारे पक्ष में इसका रिजल्ट आएगा