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बिलासपुर: संबंधित विभागों के मंत्रियों के सुस्त रवैये और कमजोर विपक्ष के कारण रेत एवं जमीन चोरों के हौसले हैं बुलंद 

 

बिलासपुर: संबंधित विभागों के मंत्रियों के सुस्त रवैये और कमजोर विपक्ष के कारण रेत एवं जमीन चोरों के हौसले हैं बुलंद, यह हम नहीं  रेत एवं जमीन चोरों पर कार्यवाही का न होना, इस हैडिंग को  सच करता है. जबकि मीडिया के द्वारा लगातार  रेत एवं जमीन चोरों के करतूतों को प्रमाण के साथ संबंधित विभागों के अधिकारियों और  मंत्रियों के समक्ष रखा चुका है .बावजूद इसके रेत एवं जमीन चोरों पर आज दिनांक तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है या फिर यह कहा जा सकता है कि संबंधित विभाग के जिम्मेदार  रेत एवं जमीन चोरों की काली करतूतों को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं  जिसका खमियाजा आम जनता को ट्रेक्टर के चक्के के नीचे आकर अपनी जिंदगी देकर चुकाना पड़ रहा है और अगर शासकीय सेवक ईमानदारी से काम करने की कोशिश करता है तो उस पर जमीन चोर प्राणघातक हमला करवाने की साजिश रचता है. इस तरह की घटना घटित होने के बाद भी अगर सरकार के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है तो इससे असंवैधानिक हरकत करने वालों के हौसले और बुलंद हो जाते हैं.
जी हाँ! हम बात कर रहे हैं फरवरी और मार्च में हुई घटना की. ज्ञात हो कि एक महीने पहले  लोफंदी में 22 साल का एक युवक रेत से  भरे हाइवा की चपेट में आ गया था और उसकी मौके पर ही मौत  हो गयी थी। इसी तरह की घटना आज भी घटी. आज एक रेत से भरी ट्रेक्टर ने स्कूल से घर जा रहे बाइक सवार दो छात्रों को टक्कर मार दी इससे एक की मौके पर मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया है  जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.इन दोनों घटनाओं से हटकर एक और घटना घटी इसमें शासकीय सेवक को नियम के तहत काम करना  महंगा पड़ गया था.
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगला कुदुदंड रोड निवासी मनोज खूंटे ढेका के पटवारी हैं, जो बीते 2 मार्च  को ग्राम महमंद के शिव विहार क्षेत्र में किसी आवेदक की जमीन का नाप जोख करने गए थे, इस दौरान वहां एक जमीन चोर आया और पटवारी को धमकाते हुए  जान से मारने की धमकी दी. वहां उपस्थित ग्रामीणों ने किसी तरह उस जमीन चोर के पास से पटवारी को हटाया और थाने में  जाकर उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई.
सूत्र बताते हैं कि अगर पटवारी को वहां से नहीं हटाया जाता तो उस दिन बड़ी घटना होना तय था. इस मामले को लेकर 5 फरवरी को  ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नागेन्द्र राय के नेतृत्व में ग्रामीण  कुछ जमीन चोरों  के खिलाफ कलेक्टर और आईजी कार्यालय में ज्ञापन दिया था.
हमने अपने लेख ने  जिन घटनाओं का जिक्र किया है वो  काफी गंभीर मामला है. इसपर जिला प्रशासन को गंभीर  होकर ठोस  कार्यवाही करने की दिशा में कार्य करने की जरूरत है, तभी रेत एवं जमीन चोरों पर अंकुश लग पाएगा.
शहर के बुद्धजीवियों की माने तो उनका कहना है कि विपक्ष इस तरह के गंभीर मुद्दों पर सड़क में नहीं के बराबर औपचारिकता निभाने उतरता है, इस कारण परिणाम जनता के अनुकूल नहीं आता है . जबकि पूर्ववर्ती सरकार में कांग्रेस  विपक्ष की भूमिका में दमदारी से जनहित के मुद्दों को उठाया करती थी , जिसका परिणाम है कि वह आज सत्ता में काबिज है.
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