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Budget 2021 पर मनीष अग्रवाल ने कसा तंज, कहा- “गड़बो नवा छत्तीसगढ़ या फिर डुबोबो छत्तीसगढ़”

 

बिलासपुर:  भूपेश सरकार के बजट पर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के करीबी पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मनीष  ने भूपेश  सरकार को बजट पर घेरा है। मनीष अग्रवाल ने  कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का 2021 -22 का आम बजट सूरज को दिया दिखाकर गड़बो नवा छत्तीसगढ़ या फिर डुबोबो छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को दर्शाने वाला बजट है. 

पूर्व एल्डरमैन मनीष ने कहा कि छत्तीसगढ़  राज्य सरकार का तीसरा बजट पुराने वित्तीय वर्ष की बजट प्रावधान पुनः 2021- 22 में लागू करने की बातें वर्तमान सरकार के बजट में दिखती है. आगे पाठ पीछे सपाट की तर्ज पर 2021-22 का राज्य सरकार का बजट बिना मांझी के नाव चलाने की भांति है.

मनीष ने कहा कि राज्य सरकार का बजट बिना दांत के अखरोट तोड़ने वाली बातों को दर्शाता है. आंकड़ों के मकड़जाल का बजट छत्तीसगढ़ की जनता सुदूर आदिवासी वनवासी किसान भाई व्यापारी युवा शिक्षा स्वास्थ्य सभी क्षेत्रों को कोई नयी सुविधा योजना या लाभ ना देकर सिर्फ प्रावधान साधन संसाधन के गणितीय आंकड़ों में खुश करके घोषणा करने वाला बजट है. वास्तव में छत्तीसगढ़ कांग्रेस  राज्य सरकार चुनावी घोषणा पत्र पर यदि पिछले दो वित्तीय वर्षों के आम बजट पर राज्य सरकार अमल करती तो शायद आज 2021-22 के लिए लाया गया बजट जनता के लिए निराशाजनक नहीं होता.

पूर्व एल्डरमैन मनीष  ने कहा कि  राज्य सरकार जो करे वह वाहवाही और केंद्र सरकार करें वह राजनीति इसी रणनीति राजनीति के छलावे में करो की राशि केंद्र सरकार पर बजट राशि प्रावधान न देने का आरोप प्रत्यारोप राज्य सरकार लगाकर आंकड़ों का बजट पेश किया है. छत्तीसगढ़ की जनता किसान व्यापारी युवा उद्यमी उद्योगपति सिर्फ घोषणा वीर कांग्रेस राज्य सरकार के बजट का शिकार होता चला जा रहा है.उन्होंने कहा कि जबकि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहा जाने वाला कृषि प्रधान राज्य है वर्तमान 2021 22 के बजट में ना तो सिंचाई के संसाधन ना नहरों का सुनिश्चित विस्तार किसान हित में कोई नई नीतियों या योजनाओं का ना बनाना किसानों के साथ छलावा वाला बजट है नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ राज्य में आदिवासी वनवासी क्षेत्र के लिए कोई नया विशेष पैकेज रोजगार उन्मूलन साधन सुरक्षा न दिखने वाला बजट है शिक्षा के विस्तार चाहे वह उच्च शिक्षा स्कूली शिक्षा इस हेतु पुराने आंकड़ों को पुनः वर्तमान बजट में बैठा दिया गया कोई नया आयाम नई नीति इस क्षेत्र में नहीं दिखती नगरी निकाय के क्षेत्र में बजट पर ऐसा कोई विशेष प्रावधान नहीं किया गया जिससे नगर पालिका नगर पंचायत या नगर निगम में सुविधा दी जा सके कोई बड़ी राशि का प्रावधान नहीं सबसे बड़ी बात स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार वर्तमान संकट काल को भी अनदेखा करते हुए कोई विशेष बड़ा पैकेज राशि के रूप में नहीं दिया जाना आश्चर्यजनक है

मनीष  ने कहा कि  पूर्व से चली आ रही योजनाओं का नाम बदलकर नई घोषणा बजट में दिखती है छत्तीसगढ़ राज्य सरकार 2021-22 को आम बजट में छत्तीसगढ़ी लोगों को नौकरी भर्ती रोजगार उद्योग चाहे वह कुटीर या लघु को बढ़ावा मिले इस ओर अनदेखा करते हुए जो बजट में दर्शाया गया है वह पुरानी सीसी में नई दवा भरने के भांति दिखता है.

अंत में मनीष अग्रवाल ने कहा कि  बेस्ट वित्तीय प्रबंधन के आंकड़ों के खेल को प्रदर्शित कर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का खजाना सिर्फ कर्ज के बोझ तले लादने वाला छत्तीसगढ़ राज्य सरकार घोषणा और वादों से मुकर कर छलावा वाला बजट है.

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