बिलासपुर। हाइवे पर लुटपाट और अपहरण की लगातार वारदातों ने पुलिस की नींद उड़ा दी थी। पुलिस इस गिरोह को बेनकाब करने पसीना बहा रही थी। आखिरकार अंतरराज्यीय गिरोह के दो सदस्य बिलासपुर क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गए। उनसे लूटी हुई कार, मोबाइल, नगदी सहिंता अन्य माल बरामद किया गया है। एएसपी ने क्राइम ब्रांच की सराहना की।
आपकों बता दें कि राज्य के विभिन्न राजमार्गो एवं नेशनल हाइवे से आवाजाही करने वालों को यह गिरोह निशाना बना रहा था। गिरोह में शामिल लोग लगातार लूटपाट और अपहरण की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। पुलिस गिरोह की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी। आखिरकार पुलिस ने गिरोह के दो मुख्य आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी पाई। बीती रात पुलिस को थाना चकरभाठा स्थित शेरे पंजाब ढाबे के आसपास महाराष्ट्र के नंबर वाली स्विफ्ट डिजायर कार में संदेही होने की सूचना मिली। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर संबंधित एवं आसपास के क्षेत्र में नाकाबंदी कर आरोपियो की तलाश शुरू की। रायपुर मुख्य मार्ग में पुलिस को देख आरोपियांे ने भागने का प्रयास किया। क्राइम ब्रांच के सरफराज खान और विकास यादव ने दिलेरी दिखाते हुए आरोपियो की कार के सामने पुलिस की कार खड़ी कर घेर लिया। काफी जद्दोजहद के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपियांे को दबोच लिया। आपकों बता दें कि पखवाड़े भर पहले आरोपियों से खरीदी करने वाले 6 खरीदारों से 2 कार और 15 मोटरसाइकिल भी जब्त किया था लेकिन गिरोह के अन्य सदस्य पुलिस पकड़ से बाहर रहकर घटना को अंजाम दे रहे थे। इस कार्रवाई में सीएसपी नसर सिद्दीकी, हेमंत आदित्य, अनिल साहू, विनोद यादव, वीरेंद्र साहू, निसार परवेज की मुख्य भूमिका रही।
लुटपाट के बाद बेहोश कर भागते थे
पूछताछ पर आरोपी आदित्य क्रिश्टोफर और नरेश सिंह चैहान उर्फ मोना ने जुर्म करना स्वीकार किया। उनके पास से स्विफ्ट कार, सोने के चैन का टुकड़ा, 87 हजार नगद, पांच मोबाइल, वाहनों के फर्जी नंबर प्लेट्स, 14 आरसी बुक एवं भारी मात्रा में नशीली कोरेक्स और नाइट्रा की दवाइंया बरामद हुई, जिसे आरोपी लूटपाट के दौरान संबंधित को दवा खिलाकर बेहोश छोड़ भाग जाते थे। आरोपियांे का एक साथी संजू गोस्वामी फरार है।