बिलासपुर। चुनाव के ऐन पहले बने चुनावी माहौल भाजपा और कांग्रेस के बीच सोशल मीडिया में जुबानी जंग खूब चल रही है। विभिन्न मौकों पर मंत्री सहित उनके समर्थक कांग्रेस पर हमला बोलने कोई कसर नहीं छोड़ते तो वहीं कांग्रेस भी कहां पीछे रहने वाली है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता शैलेद्र जायसवाल ने एकबार फिर मंत्री पर खूब शब्द बाण चलाए।
शैलेद्र ने कहा कि नेता का तात्विक अर्थ बदल दिया गया है। अमर नेता नहीं लीडर है। जनसंकल्प की दूसरी कड़ी में मंत्री जी जनसंकल्प से उतरकर जनसंवाद पर आ गए हैं। क्योंकि उन्होंने जो भी संकल्प बिलासपुर के लिए लिया है, वह सारे संकल्प जनता को दुख और तकलीफ देने वाले हैं। उनकी मीडिया टीम को तात्विक शब्द का अर्थ पता होना चाहिए। उसके बाद ही इस गुढ़ शब्द का प्रयोग करना चाहिए। वास्तव में अमर अग्रवाल कभी नेता रहे ही नहीं, क्योंकि नेता वह होता है जो नेतृत्व कर सकता है और नेतृत्व करने की क्षमता उनके अंदर कभी नहीं रही। वे वास्तव में एक तानाशाह लीडर हैं किम जोंग की तरह, सनकी तानाशाह। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के रेलवे क्षेत्र, अशोक नगर, नूतन चैक, मिट्टी तेल गली जारहाभाटा के 5000 घरों को अपने आदेश से नेस्तनाबूद करवाने के बाद जब चुनाव सर पर आ गए हैं तो जाकर पूरे शहर में ढिंढोरा पीट रहे हैं कि अब कोई भी बस्ती तोड़ने की बात करेगा तो उसे जूतों से मारना, लेकिन मंत्री जी उन 5000 घरों और उन परिवारों जिनको आपने सड़क पर ला दिया है उनके जूतों का हिसाब कौन रखेगा और उनके हिस्से के जूते कौन खाएगा। इसके बारे में भी कुछ बता देते तो बेहतर होता। जिस तरह किम जोंग जो उत्तर कोरिया का सनकी तानाशाह है, जब निकलता है तो अपने ऊपर फूलों की बारिश करवाता है। आप में भी वैसा ही अहंकार आ गया है और अपने ऊपर फूलमालाओं की बारिश करवा रहे हैं और अपनी आरती उतरवा रहे हैं।
शैलेद्र ने कहा अपने जनसंवाद में आपने लिखा है कि चलना उसी को आता है जो अपने पैर जमाता है। सही कहा आपने। आपने पैसों के दम पर अपना पैर शहर में जमा तो लिया, लेकिन जब जमीन सरकती नजर आ रही है तब आप जमीन पर चलना भी शुरू कर रहे हैं। इसके पहले आपने कभी सड़क पर उतरकर चलने की जहमत ही नहीं उठाई। उसी जनसंवाद में आपने लिखा है अमर ने अभी कुछ किया है और बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा 15 वर्षों का समय मिला आपको एक मंत्री के रूप में और 20 वर्षों का समय मिला एक विधायक के रुप में। 20 वर्षों में एक पीढ़ी गुजर जाती है और आपने 20 वर्षों में कुछ ही किया है और जो किया है ईश्वर ना करें आपकों फिर से मौका मिले और आप इस शहर के लिए और कुछ कर सकें।
जनता करेगी कारनामों का पर्दाफाश
शैलेन्द्र जायसवाल ने कहा 15 वर्षों में भ्रष्टाचार ने शहर में अपनी जड़ें जमा ली हैं। आपके छोटे से कार्यकर्ता जिनके पास साइकिल भी नहीं थी, आज 20 से 25 लाख तक की गाड़ियों में घूमते हैं। आपके कार्यकर्ता गली-गली शराब बेच रहे हैं और जुआ खिलवा रहे हैं। सीवरेज में कई जाने लेने के बाद अब इस परियोजना के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। इसी जनसंवाद में आपने लिखा है पक्ष विपक्ष अपनी जगह है। जनता अपनी भूमिका निभाए। सही कहा आपने विपक्ष तो आपके कारगुजारियां लगातार उजागर कर ही रहा है, लेकिन अब समय आ गया है कि जनता को अपनी भूमिका निभानी है और सड़क पर आकर आपके कारनामों का पर्दाफाश करे।
नेता से लीडर बनने का सपना छोड़ दें
जायसवाल ने कहा कि जब से आप की पदयात्रा शुरू हुई है, निगम के हजारों कर्मचारी हड़ताल पर थे। लेकिन आपने ना ही सत्ता पक्ष के किसी व्यक्ति ने उन गरीब मजदूरों की तरफ ध्यान ही दिया। कांग्रेस ने इस विषय में पहल की और उन गरीब सफाई कर्मियों को न्याय दिलाया। क्योंकि अब आपसे कोई न्याय की उम्मीद नहीं रह गई है। बेहतर होगा कि आप नेता से लीडर बनने का सपना देखना छोड़ दें और इस शहर को मुक्ति प्रदान करें। इस शहर पर एक अहसान करना कि इस शहर पर कोई अहसान न करना।