सरकार की हाईपावर कमेटी का कार्यकाल एक माह के लिए बढ़ा, शिक्षाकर्मियों में आक्रोश, मुख्य सचिव 16 को लेंगे शिक्षाकर्मी संघ की बैठक….
रायपुर। सरकार द्वारा गठित हाईपावर कमेटी के 16 मार्च को होने वाले बैठक पर प्रदेश के शिक्षाकर्मियों की निगाहें टिकी हुई है। वहीं आ रही खबरों के मुताबिक कमेटी का कार्यकाल एक माह के लिए और बढ़ा दिया गया है। यह सुनकर एकबार फिर उनमें आक्रोश बढ़ गया है।
आपकों बता दें कि आज ही कमेटी के कार्यकाल को एक माह बढ़ाने की सूचना सचिव रीता शांडिल्य ने जारी की, जबकि 16 मार्च को मुख्य सचिव सभी संघ प्रमुखों से चर्चा करने वाले हैं। शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे ने कमेटी के कार्यकाल को बढ़ाने की बात पर कहा कि सरकार यदि आगामी चुनाव में लाभ लेना चाहती है तो संविलियन की घोषणा में अनावश्यक विलंब न करे। सरकार जितना जल्द संविलियन व शासकीयकरण की घोषणा करेगी, उतना ही उसे फायदा मिलेगा। यदि संविलियन हो गया तो वर्तमान में जारी पदयात्रा और लोकसुराज में सरकार के पास बताने के लिए बड़ी उपलब्धि रहेगी। साथ ही शिक्षाकर्मियों के परिवारों के गुस्से का सामना करना नहीं पड़ेगा। कमेटी जल्दी ही संविलियन की अनुशंसा करे, जिससे मुख्यमंत्री के सालों पहले संविलियन की घोषणा को अमलीजामा पहनाया जा सके। शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांतीय प्रवक्ता जितेन्द्र शर्मा ने कार्यकाल एक महीना बढ़ाने के समाचार को नीम चढ़ा करेला बताते हुए कहा कि प्रदेश के शिक्षाकर्मी 16 मार्च को होने वाली मुख्य सचिव की बैठक को आशाभरी नजर से देख रहे थे, कि चलो अब समस्याओं के स्थाई समाधान पर ठोस पहल हो रही है. लेकिन ऐसे में हाईपावर कमेटी के कार्यकाल को फिर से एक महीने बढ़ा देने से एकबार फिर निराशा छा गई है। शिक्षाकर्मी अब तक कमेटी कीे रिपोर्ट न सौंपने से ऐसे ही दुखी थे तो ये समाचार नीम चढ़े करेले की भांति हो गया। उन्होंन कहा कि सबकी निगाहें अब कल की बैठक पर टिकी है। मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच 16 के बैठक में दिखेगी।