मुंबई। मुंबई पुलिस ने आज कहा कि एक टेलीविजन कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से जातिसूचक टिप्पणी करने के लिये अभिनेता सलमान खान और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग वाली एक शिकायत पर वह गौर कर रही है।
रोजगार अघाडी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के महासचिव नवीन रामचंद्र लाडे ने कल अंधेरी पुलिस थाना में यह शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायत में मांग की गयी है कि कथित रूप से जातिसूचक टिप्पणी करने के लिये सलमान खान और शिल्पा शेट्टी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाये।
अपनी शिकायत में लाडे ने कहा कि एक टेलीविजन कार्यक्रम के दौरान खान ने कथित रूप से जातिसूचक टिप्पणी का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि शिल्पा ने भी एक साक्षात्कार में इसका इस्तेमाल किया और इससे समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। शिकायतकर्ता ने अभिनेताओं की टिप्पणियों की एक रिकॉडिग भी पुलिस को सौंपी हैं। पुलिस ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है लेकिन अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
अंधेरी पुलिस थाना के वरिष्ठ निरीक्षक पंडित थोराट ने कहा, अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। हमलोग शिकायत के अधिकार क्षेत्र एवं अन्य पहलुओं की पुष्टि कर रहे हैं। अपनी जांच के आधार पर हम कार्वाई करेंगे।
मुकदमा न करने से दलितों में रोष
सलमान खान तथा शिल्पा शेट्टी के खिलाफ दलितों के बारे में अपशब्द कहे जाने के खिलाफ दलितों में रोष बढ़ता जा रहा है। जिला पुलिस अधीक्षक को दोनों बॉलीवुड कलाकारों के खिलाफ अधिवक्ता तथा सामाजिक कार्यकर्ता रजत कल्सन की ओर से शिकायत दी गयी थी जिस पर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है जिसको लेकर दलित संगठनों में भारी रोष है।
हरियाणा भीम आर्मी के प्रभारी दिनेश खापड ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि सलमान तथा शिल्पा शेट्टी के मामले में राज्य सरकार दलितों का खुलेआम अपमान करने वालों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। भीम आर्मी तथा ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क के संयोजक रजत कल्सन ने गत 19 दिसंबर को एसपी जींद को शिकायत दी थी जिस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है ।
उन्होंने कहा कि पुलिस तथा सरकार की दलित विरोधी नीति के खिलाफ तथा इन कलाकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करानेके लिए भीम आर्मी और हरियाणा के अन्य दलित संगठन 26 दिसंबर मंगलवार को जींद लघु सचिवालय में एस पी कार्यालय के सामने रोष प्रदर्शन करेंगे ।
उन्होंने कहा कि पुलिस की दलित विरोधी नीति व मुकदमा दर्ज न करने की सूरत में अनिश्चितकालीन धरने की रणनीति तय करेंगे। इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भी पुलिस को नोटिस दे चुका है।