
जांजगीर-चांपा। सक्ती का सट्टा प्रदेश भर में मशहूर है, लेकिन आपस में मिलीभगत के कारण यहां के सटोरियों को पकड़ने पुलिस रुचि ही नहीं ले रही थी। ऐसे में एसपी नीथू कमल के निर्देश पर आज क्राइम ब्रांच की टीम ने सक्ती से चार सटोरियों को पकड़ा। इनके कब्जे से साढ़े पांच लाख की सट्टा-पट्टी, 25 लाख का क्रिकेट सट्टा लगाए गए दांव व 20 हजार 730 रुपए नगद जब्त किया गया है। सटोरियों के खिलाफ जुआ एक्ट की कार्रवाई की गई है।
आपकों बता दें कि सक्ती क्रिकेट सट्टे के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि यहां बड़े पैमाने पर क्रिकेट सट्टा होता है, लेकिन इसके पहले कभी यहां के सटोरियों पर पुलिस ने हाथ डालने की साहस नहीं जुटाई। इधर, एसपी नीथू कमल और एससपी पंकज चंद्रा के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच प्रभारी विजय चैधरी ने सटोरियों की पूरी जानकारी एकत्र करने के बाद चार टीम बनाई और अलग-अलग जगह दबिश देने रवाना की। सभी टीम आपस में संपर्क साधते हुए एक साथ घेराबंदी की गई। क्राइम ब्रांच ने टेमर सक्ती निवासी आकाश अग्रवाल पिता कैलाश, सक्ती निवासी राजेन्द्र सिदार पिता मधु, सक्ती निवासी समीर खान पिता अब्दुल और जेठा निवासी बलराम बरेठ पिता निर्भया को पकड़ा। इनके कब्जे से 5 लाख 45 हजार की सट्टा-पट्टी, आकाश अग्रवाल के मोबाइल में लगभग 25 लाख क्रिकेट सट्टा का दांव लगना पाया गया। साथ ही इसके अलावा उनके कब्जे से मोबाइल और 20 हजार 730 रुपए नगद जब्त किया गया। इसके बाद आरोपियों को सक्ती पुलिस के हवाले कार्रवाई के लिए किया गया। इस कार्रवाई में क्राइम ब्रांच प्रभारी विजय चैधरी के अलावा सउनि मुकेश पाण्डेय, प्रआ मनोज तिग्गा, आरक्षक दामोदर जायसवाल, राजेश धिरहे, दुर्गेश खूंटे, राघवेन्द्र घृतलहरे, रोहित कहरा, गौरीशंकर राय, विवेक ठाकुर, सुरेन्द्र खरे व सक्ती पुलिस शामिल थी।
सक्ती से सट्टे का मिटेगा नामोनिशान
एसपी नीथू कमल ने कहा कि सक्ती में बड़े पैमाने पर सट्टा खेलाए जाने की शिकायत लगातार मिल रही थी। सटोरियों पर पुलिस की नजर थी। आज चार सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके अलावा सक्ती के कुख्यात सटोरियों पर पुलिस की खास नजर है। उनका दावा है कि सक्ती से सट्टे का नामोनिशान मिटा देंगी।