महिला दिवस पर शालेय शिक् षाकर्मी संघ ने प्रांत की जिम्मेदारी देकर किया सम्मान
रायपुर।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत शिक्षा की अलख जगा रही महिला शिक्षाकर्मियों को बराबरी की भागीदारी प्रदान करते हुए उन्हें संगठन के महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी देकर सम्मान किया।
संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने इन तीनो पदाधिकारियों को बधाई देते हुये कहा कि आज नारीशक्ति ने खुद को साबित किया है। प्रदेश के स्कूलों में महिला शिक्षकों की संख्या पुरुषों से अधिक है। अध्ययन-अध्यापन के क्षेत्र में अपनी डंका बजाने के साथ ही अपने अधिकारों के प्रति भी सजग हैं। संविलियन के लिए हमारे पिछले आंदोलन को इसी महिलाशक्ति ने ही सफल किया था। धारा 144 और गिरफ्तारियां होने के बावजूद संविलियन का जुनून इस कदर हावी रहा कि शिक्षाकर्मी आंदोलन के इतिहास में इस बार सर्वाधिक गिरफ्तारियां महिला शिक्षकों की ही रही। इस आन्दोलन में जिनकी प्रखर भूमिका रही और शासन के दमनात्मक रवैये का पुरजोर विरोध करने वाली डॉ सांत्वना ठाकुर, बुशरा परवीन और दीपिका झा को प्रदेश की नारीशक्ति को संगठित करने की जिमेदारी दी जा रही है। जल्द ही एक बड़े समारोह कर प्रदेश की नारी शक्ति का समागम और सम्मान किया जाएगा। महासचिव धर्मेश शर्मा ने बधाई देते हुए हर्ष जताया कि शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रति आस्थावान ये तीनों महारथी नाम के मोहताज नहीं हैं। इनका प्रखर व्यक्तित्व और उत्कृष्ट कार्य ही इनकी पहचान है। शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांतीय प्रवक्ता जितेन्द्र शर्मा ने इसे नारीशक्ति के जागरण का सुखद प्रसंग मानते हुए कहा कि नारीशक्ति बिना न बनता कोई राष्ट्र महान। हे नारी तुम शक्ति हो राष्ट्र की शत-शत तुम्हे प्रणाम। शालेय शिक्षाकर्मी संघ पूरे प्रदेश के ऐसे ही ऊर्जावान और अपने कर्तव्य और अधिकारों के प्रति जागृत नारी शक्ति का सम्मान करता रहेगा और उन्हें उचित मंच प्रदान करेगा। इस दौरान प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ सांत्वना ठाकुर, प्रांतीय महासचिव बुशरा परवीन दीपिका झा की नियुक्ति पर शालेय शिक्षाकर्मी संघ के चंद्रशेखर तिवारी, सुनील सिंह, विष्णु शर्मा, सत्येंद्र सिंह, सत्यजीत पाठक, सीपी तिवारी, संतोष शुक्ला, जोगेंद्र यादव, प्रह्लाद जैन, उपेंद्र सिंह, ओमप्रकाश खैरवार, यादवेंद्र दुबे, सर्वेश शर्मा, भोजराम पटेल, अतुल अवस्थी, पवन दुबे, राजेश पॉल, घनश्याम पटेल, सुशील शर्मा आदि समस्त जिला व ब्लाक के पदाधिकारियों ने बधाई प्रेषित की है।
शिक्षाकर्मियों की समस्या पर मुख्य सचिव बैठक लेंगे 16 को
संविलियन सहित 9 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षाकर्मी लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसके चलते इन समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाईपावर कमिटी का निर्माण कर दिया था, जिसका कार्यकाल 3 महीने पश्चात 5 मार्च को समाप्त हो चुका है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में पुनः बैठक की गई, जिसमें यह तय किया गया कि 16 मार्च को समस्त शिक्षाकर्मी संघ के पदाधिकारियों के साथ शाम 4 बजे मंत्रालय में मुख्य सचिव बैठक लेकर संघ प्रमुखो से बात करेंगे। शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र दुबे ने कहा कि अब यह बैठक अंतिम होनी चाहिए। हमें संविलियन चाहिए ये बात किसी से छिपी नही है, स्वयं मुख्यमंत्री की घोषणा रही है, फिर बार-बार बैठक में उन्हीं मुद्दों की चर्चा करना समझ से परे है। हम स्थाई समाधान चाहते हैं और सरकार सकारात्मक रुख रख यही चाहती है तो यह अंतिम बैठक होनी चाहिए और संविलियन की घोषणा व आदेश होनी चाहिए। शिक्षक पंननि मोर्चा के उपसंचालक जितेन्द्र शर्मा और चन्द्रशेखर तिवारी ने जानकारी दी कि 16 मार्च को मोर्चा के समस्त प्रान्तीय संचालक महती बैठक में शामिल होंगे।