बिलासपुर। ग्रामीण और विपक्षी दलों के भारी हंगामे के चलते घानापार घुटकू में प्रस्तावित कोलवाशरी के लिए आयोजित जनसुनवाई आखिरकार रद्द हो गई। जोगी कांग्रेस नेताओं ने तय सीमा में लगे बेरीकेट्स को तोड़ दिया तो वहीं दूसरे बेरीकेट्स की ओर जाते समय नेताओं के साथ पुलिस की झड़प भी हुई। इधर, ग्रामीणों ने कोलवाशरी खुलने पर आत्महत्या करने की चेतावनी तक दी है। वहीं अन्य दलों के नेताओं ने भी खूब प्रदर्शन किया। पुलिस ने सभी जोगी कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर कोनी थाना भेज दिया। अब इस मामले में दिल्ली से मार्गदर्शन लेने का हवाला दिया गया है।
घुटकू घानापारा में पारस पावर एण्ड कोनी बेनिफिकेशन प्लांट का जोगी कांग्रेस, आप नेताओं के साथ ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। अधिकारियों की मौजूदगी में जनसुनवाई ठीक बारह बजे शुरू हुई। करीब घंटे भर बाद आप नेताओं ने दिलीप अग्रवाल की अगुवाई में कोलवाशरी का विरोध करना शुरू कर दिया। सरकार और प्लांट मालिकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसी दौरान जोगी कांग्रेस नेता भी घानापारा पहुंच गए। जोगी जिन्दाबाद का नारा लगाते हुए बेरिकेट्स तोड़कर फेंक दिया। जनता कांग्रेस नेताओं के सामने पुलिस भी असहाय नजर आयी। कोलवाशरी के विरोध में जनता कांग्रेस नेताओं का स्थानीय जनता ने भी सहयोग किया। जनता कांग्रेस नेता और तखतपुर प्रत्याशी संतोष कौशिक, बृजेश साहू, समीर अहमद बबला, जीतू ठाकुर और मणिशंकर और विश्वम्भर गुलहरे ने निजी कैम्पस में जनसनवाई का विरोध किया। जनता कांग्रेस नेताओं ने कहा कि क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक कोलवाशरी है। पहले खोल गए सभी वाशरियों से गांव में मौत बांटी जा रही है। खेत के खेत बंजर हो रहे हैं। पानी का स्तर नीचे चला गया है। जनता के विरोध के बाद भी प्रशासन कोलवाशरी को खोलने की अनुमति दी जा रही है। जोगी कांग्रेस नेताओं के अनुसार पर्यवारण विभाग बिना जांच परख किए एनओसी बांट रहा है। सरकारी अधिकारी किसान और गरीबों की वजाय पूंजीपतियों का समर्थन कर रहे हैं। वहीं कोलवाशरी प्लांट का तखतपुर के पूर्व विधायक जगजीत सिंह मक्कड़ ने जमकर विरोध किया। उन्होंने इस दौरान तखतपुर विधायक पर जमकर निशाना साधा। मक्कड़ ने बताया कि भाजपा की पूंजीपति परस्त सरकार में किसान और गरीबों की सुनवाई नहीं है। विधायक मारपीट में मस्त है। जनता को लूटने के लिए पूंजीपती तैयार बैठे हैं। कोलवाशरी का विरोध करते हुए मक्कड़ ने कहा कि जनता की आवाज को कोलवाशरी मालिक ने डरा धमकाकर और रूपयों की लालच देकर दबा दिया है। लेकिन हम घानापारा में कोलवाशरी नहीं खुलने देंगे। इस दौरान कांग्रेस नेता मनोहर कुर्रे का कोलवाशरी को समर्थन पत्र देना जमकर चर्चा का विषय बना। कुर्रे ने पत्र में लिखा है कि व्यक्तिगत और कांग्रेस की तरफ से कोलवाशरी का समर्थन करता हूं। समर्थन पत्र देखने के बाद जनता कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर कीचड़ उछाला। इधर, जनसुनवाई शाम पांच बजे तक चली। ज्यातादर ग्रामीणों ने कोलवाशरी का विरोध किया। आप कार्यकर्ता दीलीप अग्रवाल की अगुवाई में कार्यकर्ता अंत तक डटे रहे। पंडाल में बैठकर जनसुनवाई का ना केवल विरोध किया, बल्कि अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। एडीएम उपाध्याय और क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी ने कहा कि कोलवाशरी को अभी अनुमित नहीं दी गयी है। कोलवाशरी स्थानीय लोगों की सहमति से खुलेगी। जनसुनवाई में लोगों को अपनी बातों को रखने का अधिकार है। सुनवाई के बाद लोगों की राय को कलमबद्ध कर उपर भेजा जाएगा।
जोगी कांग्रेस नेताओं की हुई गिरफ्तारी
भारी हंगामे के बीच आला अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस हरकत में आयी। जनता कांग्रेस नेता संतोष कौशिक, बृजेश साहू, विश्वम्भर गुलहरे, मणिशंकर पाण्डेय, समीर अहमद, जीतू ठाकुर गजेन्द्र श्रीवास्तव समेत दर्जनों जोगी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर बस में बैठाकर कोनी थाना भेजा गया। देर शाम सभी नेताओं को निःशर्त रिहा भी कर दिया गया। गिरफ्तारी देने वालों में एक मात्र कांग्रेस नेता जगजीत मक्कड़ भी नजर आए।