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बस्तर में तीन-तीन बांध बनने से बीजापुर के डूब जाएंगे 40 गांव, मरवाही विधायक अमित जोगी ने सीएम को लिखा पत्र…….

 

 रायपुर/बस्तर के लोगों पर आज अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इस गंभीर विषय पर मरवाही विधायक अमित जोगी ने मुख्यमंत्री को कड़ा पत्र लिखा है।
अपने पत्र में विधायक अमित जोगी ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि अन्य राज्यों द्वारा बनाये जा रहे बांधों की वजह से आज बस्तर तीनों तरफ से डूब रहा है। पूरब में उड़ीसा में सबरी में तीन-तीन बांध बन रहे है। इन्द्रावती में दो बांध बन रहे हैं। दक्षिण में आंध्रा में पोलावरम में बांध बन रहा है। पश्चिम में तेलंगाना में गोदावरी में देव दुल्ला और सुजला सृवंति में बांध बन रहे हैं। जोगी ने लिखा है कि बस्तर जिले के कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी है कि यदि ये बांध बन जाते हैं तो बीजापुर के 40 गांव डूब जायेंगे। वैसे ही पोलावरम बांध बन जाने से सुकमा और कोंटा के गांव जलमग्न हो जाएंगे। लेकिन दुःख की बात है कि इन सबके बावजूद सरकार ने आज तक इन बांधो के विरोध में कुछ नहीं किया और बस्तर को डूबने के लिए छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद बस्तर को मिलने वाले जल में लगातार कटौती की जा रही है। बस्तर की नदियां सूखती जा रही हैं। रमन सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि इंद्रावती नदी से बस्तर को मिलने वाले जल में पिछले 2 वर्षों में 25 फीसदी की कमी आयी है। उडीसा में 6-6 बांध बनाकर बस्तर के हिस्से के पानी को रोक रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है। पोलावरम बांध के सन्दर्भ में अमित जोगी ने लिखा है कि 2 वर्ष पूर्व पोलावरम बांध के सन्दर्भ में विधानसभा में अशासकीय संकल्प स्वीकृत हुआ था कि छत्तीसगढ़ की हितों की रक्षा के लिए बाँध का अधिकतम डुबान स्तर 150 फीट रखा जाए। लेकिन सरकार ने इसके बाद इस ओर कुछ भी नहीं किया है। पत्र के अंत में अमित जोगी ने कहा है कि इन वजहों से आज बस्तर के लोगों पर अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते अमित जोगी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर तत्काल संज्ञान लेकर बस्तर को डूबने से बचाएं, अन्यथा बस्तर की जनता हमें कभी भी माफ नहीं करेगी।

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