विश्वद्यिालय शिक्षण संस्थान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के 75 स्वयंसेवक हुए शामिल
बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) के राष्ट्रीय सेवा योजना की दो इकाइयां विश्वद्यिालय शिक्षण संस्थान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा 23 फरवरी से 1 मार्च तक कोटा ब्लाक के ग्राम पंचायत तंेदूभाटा में सात दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दोनों इकाइयों के 75 स्वयंसेवकों ने ग्रामीण विकास के लिए कार्य किया।
गुरू घासीदास विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने सभी शिविरार्थियों को सफल आयोजन की शुभकामनाएं दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कुलपति विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए ग्रामों का विकास करने प्रयासरत है वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर एवं अन्य गतिविधियों का आयोजन गोद ग्राम में हो, जिससे ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिले। इन 7 दिनों में स्वयंसेवकों ने श्रमदान से तेंदूभाटा में सड़कों की मरम्मत तथा अटल आवास योजना के तहत आबंटित मकानों को निर्मित करने में योगदान दिया। गांव के सौन्दर्यीकरण के लिए तालाब की साफ-सफाई एवं तालाब के किनारे चबूतरे का निर्माण किया गया। इसके अलावा गांव में स्थित देवालयों की साफ-सफाई की गई तथा वृक्षारोपण किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा जागरूकता रैली की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य सवच्छता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर आधारित था। शिविर के दौरान गांव में स्वच्छता रथ का आगमन हुआ। तेंदूभाटा ओडीएफ ग्राम घोषित हो चुका है। इस दौरान गांव में एक दिन चैपाल भी लगाई गई, जिसमें स्वयंसेवकों ने ओडीएफ एवं स्वच्छता के लाभ विषय पर अपने विचार रखें। बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का संदेश देने के लिए शिविर स्थल पर प्रोजेक्टर द्वारा दंगल फिल्म दिखाई गई। स्वयंसेवकों द्वारा ग्राम तेंदूभाटा का सर्वेक्षण भी किया गया। इस दौरान पाया गया कि तेंदूभाटा ग्राम आत्मनिर्भर है। यहां ग्रामीणों को उज्जवला योजना, अटल आवास योजना एवं अन्य सरकारी योजनाओं को लाभ मिल रहा है। छात्र चेतन कुमार ने मंच संचालन किया। योगा एवं व्यायाम के लिए छात्र शिवाकांत मिश्रा एवं साथियों द्वारा स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। शिविर के सफल आयोजन एवं ग्रामीण विकास के लिए की गई गतिविधियों का मार्गदर्शन प्रोग्राम अधिकारी डाॅ. नमिता शर्मा एवं डाॅ. सोमादास ने दिया। शिविरार्थियों के लिए ठहरने की व्यवस्था एवं ग्रामीण विकास गतिविधियों के आयोजन में सरपंच मोतीलाल कंवर का योगदान रहा। 28 फरवरी की शाम रात्रि भोजन के बाद सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग उपस्थित रहे। अंत में कैम्प-फायर का आयोजन हुआ जिसमें सभी शिविरार्थियों ने खूब आनंद किया।
बौद्धिक परिचर्चा में बोले विशेषज्ञ
शिविर की गतिविधियों के अंतर्गत बौद्विक परिचर्चा में डाॅ. मनीषा दुबे ने विवेकानंद के जीवन पर आधारित विचार एवं व्यक्तित्व विकास पर चर्चा की। डाॅ. मनीष श्रीवास्तव ने अनुशासन संबंधी पाठ पढ़ाया। उन्नत अभियान के नोडल अधिकारी डाॅ. केके चन्द्रा ने ग्रामीण जीवन का महत्व एवं शिविर के दौरान विद्यार्थियों का व्यवहार कैसा होना चाहिए इस विषय पर चर्चा की। इसके अलावा समय-समय पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. रमेश गोहे, डाॅ. देवेन्द्र पटेल, डाॅ. अनीता कुमारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक ने शिविर का दौरा किया, एवं विभिन्न विषयों पर चर्चा की।