नई दिल्ली। कर्मचारी चयन आयोग की पिछले महीने हुई परीक्षाओं का एक प्रश्न पत्र कथित रूप से लीक होने के मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच के लिये आज उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गयी है। साथ ही सीबीआई जांच के आदेश गृहमंत्री द्वारा जारी किए जाने के बाद भी छात्र आंदोलन वापस नहीं ले रहें हैं। बताया जा रहा है की छात्र अब सुप्रीम कोर्ट के नेतृत्व सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई. चन्द्रचूड की पीठ के समक्ष इस याचिका का उल्लेख किया गया। पीठ इस पर संभवत: 12 मार्च को सुनवाई करेगी। अधिवक्ता मनोहर लाल शर्मा ने यह याचिका दायर की है। इसमें संयुक्त स्नातक स्तर :कंबाइंड ग्रेज्यूएट लेवल: (दूसरा चरण) परीक्षा-2018 की 17 से 21 फरवरी तक हुई परीक्षा के प्रश्न लक होने के आरोपों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है।
इस परीक्षा के माध्यम से नौकरी प्राप्त करने के इच्छुक अभ्यर्थी प्रश्न पत्र लीक होने के आरोपों की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर 21 फरवरी से ही विरोध प्रकट कर रहे हैं। यह आन लाइन परीक्षा है और सरकारी विभागों में लिपिकीय पदों पर नियुक्तियों के लिये इसका आयोजन किया जाता है।