भदौरा में डामर प्लांट के प्रदूषण से ग्रामीणों का जीना दुश्वार, बंद कराने ग्रामीण लामबंद, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी….
बिलासपुर। मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम भदौरा में स्थित डामर प्लांट के प्रदूषण ने वातावरण में जहर घोल दिया है। वहीं आसपास लगी फसल पर ये प्रदूषण कहर बरपा रहा है। बगैर पंचायत एनओसी व जनसुनवाई के डामर प्लांट खोलकर मनमानी की जा रही है। इसके खिलाफ ग्रामीणों ने हल्ला बोल करते हुए पर्यावरण अफसर, तहसीलदार व अन्य को ज्ञापन सौंपकर तत्काल डामर प्लांट को बंद कराने की मांग की है। वहीं कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
ग्राम पंचायत भदौरा में स्थित अतुल शुक्ला का हाॅट मिक्स प्लांट (डामर प्लांट) से चैबीसों घंटे जहरीले धुंए बड़ी मात्रा में उड़ रहा है, जो हवा के जरिए खड़ी फसल के अलावा आम लोगों को निशाना बना रहा है। गांव के लोगों ने आज मस्तूरी तहसीलदार, क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी सहित अन्य को ज्ञापन देकर प्लांट मालिक अतुल शुक्ला की मनमानी बया की। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया है कि लगातार उड़ रहे जहरीले धुंए से पूरा गांव इसकी चपेट में है। तालाब का पानी जहां निस्तार योग्य नहीं है तो वहीं खेतों की फसल चैपट हो रही है। वायु प्रदूषण से गांव में संक्रमण जैसे हालात है। इससे ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है अतुल शुक्ला की मनमानी से कई लोग गांव छोड़ने मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि डामर प्लांट लगाने के लिए न तो ग्राम पंचायत से अनुमति ली गई है और न ही इसके लिए जनसुनवाई हुई है। उसकी उंची पहुंच के कारण प्लांट बेखौफ चल रहा है। उन्होंने बताया कि बीते 1 अक्टूबर 2014 को कलेक्टर, पर्यावरण अधिकारी व एसपी से मामले की शिकायत की गई थी। इसके बाद लगातार मामले की शिकायत शासन-प्रशासन से की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने डामर प्लांट और चूना पत्थर खदान को शीघ्र बंद कराने की मांग की है। साथ ही कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।