बिलासपुर। स्कूल की परीक्षा का समय नजदीक है। स्कूल वह वक्त है, जो जीवन में एक बार गया, फिर कभी नहीं लौटता। जीवन का सबसे सुंदर समय, जब आप अपने आप को गढ़ते हो, आने वाले समय के लिए, आने वाले समाज के लिए। मैंने भी अपने बचपन को स्कूल में खूब जिया। तब इतनी प्रतियोगिता नहीं थी। आज प्रतियोगिता के साथ-साथ समय भी बहुत तेज हो चला है।
ये बातें एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने कही। उन्होंने आगामी परीक्षा को ध्यान में रखते हुए अपना संदेश देते हुए कहा कि मेरी सारे अभिभावकों से अपील है कि वे अपने बच्चों को पढ़ाएं, लिखाएं, समझाएं, लेकिन रेस में न दौड़ाएं। हर बच्चा प्रथम ही आए, आवश्यक नहीं। आप उसे कुशल व दक्ष बनाने पर जोर दें। आप थोड़ा ध्यान रखें, कि नंबरों के फेर में बच्चों के सपनों को कहीं आप उपेक्षित तो नहीं कर रहे। आप अपने बच्चों से बात कीजिए, उन्हें समझिए, उनके साथ वक्त बिताइए, क्योंकि ये परीक्षा का समय उनके लिए तनाव का समय न बन जाए और बच्चों से भी मेरी अपील है कि वे तनाव लेकर पढ़ाई न करें। उन्होंने कहा कि आने वाला युग स्किल्ड इंडिया का युग है, आप स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान दें, अपना लक्ष्य तय करें और उस पर सतत आगे बढ़ते रहे। याद रखिए बच्चों, आपमें जितनी ज्यादा जिज्ञासा होगी, जितने सवाल मन में उठेंगे, उन उत्तरों की खोज ही आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल की मंशा है कि नगर का हर बच्चा शिक्षित हो और अपने समाज के विकास में शिक्षा संस्कारों के द्वारा अपनी भूमिका अदा करे। इसके लिए उन्होंने जहां किसी का हाथ थामने की जरूरत महसूस की, हाथ थामा। उनके विचार हैं कि वे कभी मदद नहीं करते, बल्कि वे साथ देते हैं क्योंकि बिलासपुर उनका परिवार है और परिवार में साथ होता है, मदद नहीें। वे चाहते हैं बच्चे खूब पढ़ें, आगे बढ़े और शहर का नाम रौशन करें। उनकी ओर से ढेरों शुभकामनाएं।