अमेरिका में फंसी बिलासपुर की बेटी को वापस लाने जोगी कांग्रेस ने एसपी को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर। पत्नी को झूठे प्रकरण में फंसाने के कारण शहर की बेटी अमेरिका में परेशान है। उसके माता-पिता ने पीएमओ व विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है, लेकिन अब तक नतीजा सिफर है। इस पर सोमवार को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे के पदधिकासरियों ने विदेश मंत्रालय के नाम एसपी को ज्ञापन सौंपा। एसपी से विदेश मंत्रालय से संपर्क कर शहर की बेटी को सकुशल वापस लाने की मांग की गई।
एसपी आरिफ शेख को ज्ञापन देने के बाद छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे के धर्मजीत सिंह ने कहा कि अमेरिका में फंसी शहर की बेटी के परिवार वाले बेहद परेशान हैं। इस घटना से पूरा बिलासपुर ही नहीं, बल्कि प्रदेश व देश परेशान है। उन्होंने कहा कि इसी देश के अन्य शहरों में किसी बच्ची के साथ बदसलूकी हो या उसके जीवन पर खतरा हो तो विदेश मंत्रालय तत्काल पहल कर कार्रवाई करता है। उन्होंने उम्मीद की है कि बिलासपुर के मंत्री, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों से कि वो विदेश मंत्रालय से संपर्क कर अमेरिका में फंसी बच्ची को वहां से सकुशल बिलासपुर तक पहुंचाने का नेक काम करें। क्योंकि उसकी जिंदगी को बचाना व उसकी हिफाजत करना सबका दायित्व है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि इस मामले में स्वयं हस्तक्षेप करे। एसपी आरिफ शेख ने मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। एसपी कार्यालय में आवेदन देने मुख्य रूप से धर्मजीत सिंह, शहजादी कुरैशी, विशंभर गुलहरे, बृजेश साहू, विकास दुबे, संतोष दुबे, जित्तू ठाकुर के साथ पर्टी कार्यकर्ता पहुंचे थे।
यह है पूरा मामला
बिलासपुर निवासी वीएन राव की पुत्री वी मेहर निधि (28) की शादी विशाखपट्नम के एनआरआई डी. रविशंकर के साथ 2012 में हुई थी। शादी के एक महीने के अंदर दोनों के बीच विवाद होने लगा। पति द्वारा निधि को प्रताड़ित किया जाने लगा। इस बीच निधि गर्भवती हो गई थी। दहेज लोभी लड़के व उसके माता-पिता निधि के परिवार से लगातार दहेज की मांग करते रहे। दो वर्षों तक पति से तालमेल नहीं बनता देख आत्मनिर्भर बनने हिंदुस्तान आ गई और निधि ने अपनी आगे की पढ़ाई करना शुरू कर दिया। वही जीआरई की कोचिंग प्राप्त कर परीक्षा में सफल होते ही सौभाग्य से अमेरिका में ही एमएस की पढ़ाई करने के लिए कॉलेज में प्रवेश मिल गया। उसे स्टूडेन्ट वीजा भी मिल गया। अमेरिका में जब पति के अवैध संबंधों के बारे में निधि को जानकारी मिली तो उसने विरोध किया। इसके बाद पति निधि को डराने धमकाने लगा और बालक को बाथटब में डुबोकर मारने का प्रयास भी किया।घटना के बाद निधि जान बचाकर भाग निकली और पुत्र को अपने माता-पिता के पास भारत में रखा। पढ़ाई पूरी करने के बाद निधि को अमेरिका में ही नौकरी मिल गई यह जानकारी उसके पति को लगी तो वह पत्नी के खिलाफ बच्चे को लेकर भागने और तलाक का झूठा मामला लगाकर कानूनी प्रक्रिया में फसा दिया, जिसके बाद वहां की अदालत ने निधि और उसके बच्चें का पासपोर्ट जब्त कर लिया। शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान निधि ने वहाँ की इंडियन एम्बेसी गुहार लगाई है, लेकिन कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया। तब निधि के माता-पिता और भाई ने प्रधानमंत्री कार्यालय एवं विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई तथा ट्विटर पर भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से आग्रह किया परन्तु अब तक कोई सुनवाई नही हुई है।