इंटक के रजत जयंती पर पीआईएल पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की मीडिया से चर्चा

जांजगीर-चांपा। केंद्र की मोदी सरकार पब्लिक सेक्टर को खत्म करने की साजिश रच रही है। यही वजह है कि धीरे-धीरे पब्लिक सेक्टर को जटिल बनाया जा रहा है। आज कोल इंडस्ट्रीज का आवंटन काफी जटिल हो गया है। सरकार बेचने के लिए कोल माइन का आवंटन करेगी, जबकि बिजली उत्पादन के लिए कोल माइन नहीं मिलेगा। आलम यह है कि कोयले के धंधे में उत्पादन लागत निकल पाना मुश्किल हो गया है।
ये बातें राष्ट्रीय मजूदर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह की नीति चल रही है उससे सिर्फ मध्यम व उच्च वर्ग ही टिक पाएंगे, जबकि गरीब तबके के लोगों का नामोनिशान ही मिट जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों को बढ़ावा दे रही है। आज बैंकों का करोड़ों-अरबों रुपए डूबाकर पंूजीपति भाग जा रहे हैं, जबकि आम जनता के पैसों का हिसाब मांगने वाला भी कोई नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तमाम बैंक घोटालों में मोदी सरकार का ही हाथ है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी सिर्फ बड़ी-बड़ी बात करते हैं, लेकिन धरातल पर वो कुछ भी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि मजदूरों के लिए जितने भी कानून बने हैं, उससे सिर्फ पूंजीपतियों का ही फायदा हो रहा है। पूरे कानून में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अब ट्रेड यूनियन सरकार से दो-दा हाथ करने के लिए तैयार है। जल्द ही देश भर के 20-25 लाख मजदूर राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे। उनकी मांग है पब्लिक सेक्टर में 60 वर्ष तक की गारंटी होनी चाहिए। वहीं प्राइवेट सेक्टर में पेंशन स्कीम लागू करना चाहिए। न्यूनतम 30 हजार रुपए का पेंशन श्रमिकों को मिलना चाहिए। यहां सबको सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि ठेका श्रमिकों के लिए भी सुनियोजित व्यवस्था बननी चाहिए। न्यूनतम वेतन के संबंध में एक गाइड-लाइन बनना चाहिए।
नोटबंदी व जीएसटी को बताया ढकोसला
इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी ने नोटबंदी और जीएसटी को ढकोसला बताया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पहले जिस तरह की बात मोदी सरकार ने की थी, वैसा कुछ भी नहीं हुआ। आज तक विदेशों से काला धन वापस नहीं आया। बल्कि नोटबंदी के कारण सैकड़ों लोग मर गए, वहीं अरबों रुपए का नुकसान हो गया। आज तक मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद कितने काले धन को एकत्र किया इसका भी हिसाब नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी से व्यवसाय ठप है। उल्टा कर का भार बढ़ गया है।
मालिक और मजदूर के बीच मधुर संबंध
इंटक के प्रदेशाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि इंटक की रजत जयंती मनाई जा रही है। इस अवधि में इंटक के जरिए काफी विकास हुआ है। मजदूरों के मेहनत के चलते पीआईएल आज बुलंदी पर है। इसका लाभ श्रमिकों को भी मिल रहा है। यहां मजदूर और मालिक के बीच जो संबंध है, वैसा और कहीं नहीं है। यही वजह है कि यहां सालों बाद भी कभी आंदोलन की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने बताया कि हर साल दो से ढाई सौ ठेका श्रमिकों का नियमितीकरण होता है। वहीं ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को नौकरी मिल रही है। यहां दुर्घटना में मौत के बाद उसके परिवार का भविष्य सुरक्षित कराया जाता है। इसके अलावा इंटक की कई उपलब्धि है।