
देश में कोरोना वायरस को और ज़्यादा फैलने से पहले रोकना है. इसके लिए पहली सावधानी हमें खुद रखनी है, फिर सावधानी और तैयारी रखनी है सरकार को. केंद्र सरकार और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर तैयारी कर रही हैं. इन्हीं तैयारियों में अब उत्तर प्रदेश सरकार का भी नाम जुड़ गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 मार्च को सुबह-सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस की. और कई बड़े ऐलान किए. योगी सरकार ने जो कदम उठाएं हैं उससे जनता को बड़ी राहत मिलने वाली है.
सबसे बड़ा ऐलान
सीएम योगी ने कहा कि करीब 15 लाख दिहाड़ी मजदूर हैं. करीब 20 लाख 37 हजार ठेके पर काम करने वाले मजदूर हैं. कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी COVID-19 के खतरे के बीच जगह-जगह काम रुक रहे हैं. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित यही लोग हैं. मदद के लिए इन सभी मजदूरों के खाते में एक-एक हज़ार रुपए डाले जाएंगे.
इसके अलावा 1.65 करोड़ परिवारों को अनाज मुहैया कराया जाएगा, ताकि खाने की कमी ना हो. गरीबी रेखा से नीचे जीने वाले यानी BPL परिवारों को 20 किलो गेंहूं, 15 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा.
सभी जगहों, ख़ासकर गांवों में ग्राम पंचायत अधिकारी, बीडीओ, एसडीओ मिलकर देखेंगे कि किसी का रोजगार तो प्रभावित नहीं हो रहा. ऐसा जो भी दिखे, उस तक मदद पहुंचाई जाएगी.
जनता कर्फ्यू की बात याद दिलाई
योगी ने लोगों से अपील की कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का पालन करें. जनता कर्फ्यू की अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है. जिसके तहत लोगों को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने-अपने घरों में ही रहना है. बाहर नहीं निकलना है.
योगी ने बताया कि यूपी में अभी तक कोरोना वायरस इंफेक्शन के 23 पॉजिटिव केस आ चुके हैं. इनमें से 9 लोगों की रिकवरी भी हो चुकी है.