
बालोद थाना क्षेत्र के उमरादाह और पर्रेगुड़ा के बीच तांदुला नदी में दो माह पहले लापता बुजुर्ग का कंकाल मिला है। इसे एक चरवाहे ने देखा और इसकी जनकारी गांव वालों को दी। फिर सुबह सरपंच ने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने सुबह पंचनामा किया। घटना स्थल से 10 हड्डियां मिली हैं। जिसके पास में कपड़े से उसकी पहचान गांव के 55 वर्षीय गौकरण केंवट के रूप में की गई। परिजनों ने बताया कि 11 दिसंबर को गौकरण केंवट घर से कहीं चले गए थे। 19 दिसंबर तक नहीं लौटे तो पुलिस में लापता होने की जानकारी दी गई थी। मृतक विक्षिप्त और शारीरिक रूप से कमजोर था, लेकिन मेला जाने का शौकीन था। पुलिस ने संभावना व्यक्त की है कि पर्रेगुड़ा मेला लौटने के दौरान वह घास की ओर से गुजर कर गांव आ रहा था। घास चूंकि नदी के पास ही होने के कारण वह फंस गया और गूंगा होने के चलते किसी को आवाज भी नहीं दे सका, और इस तरह उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जंगली जानवर शव के अधिकांश हिस्सों को खा चुके थे, सिर्फ खोपड़ी, कपड़े व हाथ, पैर की हड्डियां जब्त की गई हंै। घटना स्थल पर मिले कपड़े से उसकी पहचान की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।