ब्रेकिंग
बिलासपुर के कराते खिलाड़ियों ने 44 स्वर्ण, 22 रजत एवं 21 कांस्य पदक जीतकर जिले का नाम किया रोशन बिलासपुर: यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 28 मई को बिलासपुर में, 36 दिव्यांग सहित 5532 परीक्षार्थी 22 ... बिलासपुर: जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा की माँग पर दो सड़कों के लिए 61 लाख रुपए हुए स्वीकृत बिलासपुर: दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ में भी मिले शहीद जवानों को एक करोड़ मुआवाजा- उज्वला कराड़े बिलासपुर: अरपापार पृथक नगर निगम की माँग को जनता का मिल रहा पूर्ण समर्थन- पिनाल बिलासपुर: कॉलोनाइजर की मनमानी से परेशान है बीएन सिटी कॉलोनी के रहवासी, देखिए तस्वीरें बिलासपुर: बिना प्लानिंग के लगे सिग्नलों पर उज्वला कराडे ने उठाई उंगली बिलासपुर/मस्तुरी: केवटाडीह भूतहा गौठान के महिला समूह को गोबर खरीदी के लिए पिछले दो वर्षों से नहीं मि... बिलासपुर: झीरम घाटी के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि बिलासपुर: बदमाशों में बिलासपुर पुलिस का खौफ नहीं, रात में 5 लोगों के ऊपर डंडा और टांगी से हत्या करने...

फेसबुक पर टिप्पणी करने वाली रश्मि ने मांगी माफी….

उत्तर प्रदेश / सहारनपुर की उप निदेशक (सांख्यिकी) रश्मि वरूण ने कासगंज प्रकरण पर की गयी टिप्पणी के लिये माफी मांगी है। उप निदेशक ने 28 जनवरी को अपने फेसबुक वॉल पर कासगंज हिंसा को लेकर पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने कासगंज हिंसा की तुलना सहारनपुर हिसा से की थी। पोस्ट में उन्होंने लिखा था ”जो नहीं बताया जा रहा वो यह है कि अब्दुल हमीद की मूर्ति पर तिरंगा फहराने की बजाए, रैली में चलने की जबरदस्ती की गई। जो लड़का मारा गया, उसे किसी दूसरे तीसरे समुदाय ने नहीं मारा। उसे केसरी, सफेद और हरे रंग की आड़ लेकर भगवा ने खुद मारा।”

हुए लिखा ”फेसबुक पोस्ट में ऐसी कोई बात नहीं लिखी गई है, जो किसी के खिलाफ हो। हमारे कहने का सिर्फ इतना आशय है कि गणतंत्र दिवस मनाने का सभी को अधिकार है। इसमें पहले या बाद में मनाने का कोई मतलब नहीं होना चाहिए।’’

रश्मि वरूण ने माफीनामा में कहा है कि जलने वालो की दुवाओं से ही बरकत है। वरना अपना कहने वाले तो याद भी नहीं करते। जिस किसी की भावनाएं आहत हुई हैं उन सबसे माफी मांगती हूँ , मगर दोस्त बने रहिये। गौरतलब है कि गत 26 जनवरी को कासगंज के शहर कोतवाली क्षेत्र में बिलराम गेट चौराहे पर तिरंगा यात्रा के दौरान विश्व हिदू परिषद और एबीवीपी के कार्यकर्ता मोटरसाइकिल से रैली निकाल रहे थे। 

इस बीच नारेबाजी को लेकर दो समुदायों के बीच बहस हो गयी। दोनों तरफ से फायरिग, पत्थरबाजी हुई, जिसमें तिरंगा यात्रा में शामिल चंदन गुप्ता की गोली लगने से मृत्यु हो गयी थी। इसके बाद यहां तोड़फोड और आगजनी की घटनाएं हुई। 28 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा में मारे गए युवक के परिवार वालों को 20 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की थी। इससे पहले बरेली के जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिह ने भी कासगंज हिंसा पर अपने फेसबुक पर पोस्ट किया था।-source -S.J.

 

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9977679772