बिलासपुर। आज पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता शैलेष पाण्डेय ने कहा कि सरकार का यह बजट पूरा फर्जी बजट है। सरकार स्कूलों को मॉडल स्कूल और डिजीटल ब्लैक बोर्ड करने की बात कर रही हैं, यहां छत्तीसगढ़ में विद्यार्थियों के बैठने के लिए टेबल-कुर्सी तो दूर टाटपट्टी तक नहीं है। पाने का पानी भी कई किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है। सरकार मॉडल स्कूल और डिजीटल ब्लैक बोर्ड के सपने दिखा रही है जो यर्थात से कोसो दूर है। प्रदेश में पूज्यनीय शिक्षकों को सम्मानीय वेतन नहीं दिया जा रहा है और शिक्षक आत्महत्या कर रहे हैं। देश और प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधा बढ़ाना छोड़ शिक्षा और स्वास्थ्य पर सेस बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि बजट में डिजीटल इंडिया के लिए 3037 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया हैं और मोबाइल बैंकिग के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। दूसरी तरफ मोबाइल पर कस्टम ड्यूटी 15 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया है, व्यक्ति मोबाइल ही खरीद पाएगा तो बैंकिंग कैसे करेंगा।
श्री पाण्डेय ने कहा कि देश में कुपोषण से बच्चे,महिला और बुजुर्गाें की मौत के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि शहरी क्षेत्रों में 30 प्रतिशत, गांव में 45 प्रतिशत और आदिवासी क्षेत्र में 50 प्रतिशत बच्चे और महिलाएं कुपोषित हैं। पौश्टिक आहार की व्यवस्था सुनिश्चित करना छोड़ सरकार ने 2 करोड़ टायलेट बनाने का लक्ष्य रखा है। व्यक्ति के पास खाने के खाना नहीं है और सरकार 2 करोड़ टायलेट बनाकर भ्रष्टाचार करने की तैयारी कर रही है। गरीब किसानों को उनकी फसल की मेहनत का पैसा नहीं जा रही है और सरकार ने राष्ट्रपति,उपराष्ट्रपति और राज्यपाल के वेतन बढ़ाने की घोषणा की है, से समझ से परे है। ये हवाई चप्पल से हवा सफर का नहीं बल्कि हवाई चप्पल से हवा हवाई सपने दिखाने वाला बजट है। सरकार को 2018 में जनता सीधे जमीन पर गिराने वाली है तभी इनके सपने टूटेंगे।