कलेक्टर ने किया निरीक्षण, मिली कई खामियां,तीन डाॅक्टरों पर गिरी गाज

बिलासपुर । कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने आज सिम्स और जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। सबसे पहले वे सिम्स स्थित रेडक्रास सोसाईटी के मेडिकल स्टोर पहुंचे। वहां उन्होंने उपलब्ध दवाओं के बारे में जानकारी ली और दवा खरीदने आये मरीजों से बातचीत की। वे सिम्स परिसर स्थित जन औषधि केन्द्र का निरीक्षण करने भी पहुंचे। वहां उन्होंने दवाओं के स्टाॅक और स्टाॅक रजिस्टर का निरीक्षण किया। सिम्स के बाद कलेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे और सिविल सर्जन के कक्ष में जाकर डाॅक्टरों के अटेंडेंस रजिस्टर को देखा। अटेंडेंस रजिस्टर में कलेक्टर ने पाया कि कुछ डाॅक्टर अभी भी देरी से आ रहे हैं। सिविल सर्जन डाॅ.एस.एस.भाटिया ने कलेक्टर को जानकारी दी कि वे अटेंडेंस रजिस्टर में देरी से आने वाले डाॅक्टरों के काॅलम में रेडमार्क कर देते हैं। लेकिन इसके बावजूद कुछ डाॅक्टर साईन कर देते हैं।
कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि ऐसे डाॅक्टरों का तत्काल वेतन काटें। सभी का वेतन बायोमेट्रिक सिस्टम में दर्ज उपस्थिति के आधार पर ही बनाया जाये। जिला अस्पताल में किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार की सुबह 9.30 बजे सहायक कलेक्टर कुणाल दुदावत ने भी जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ड्यूटी से 3 डाॅक्टर अनुपस्थित पाये गये। ड्यूटी में समय से ना पहुंचने पर सीएमएचओ ने डाॅक्टर वंदना , डाॅ.ए.के.झा, डाॅ.वी.के.मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके बाद कलेक्टर बुधवारी स्थित रेडक्रास मेडिकल स्टोर का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां उन्होंने रेडक्रास के नोडल आफिसर को सभी रेडक्रास मेडिकल स्टोर में स्टाॅक रजिस्टर रखने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बुधवारी स्थित मेडिकल स्टोर में स्थान बढ़ाये जाने की आवश्यकता जताई।
निरीक्षण के दौरान जिला समन्वयक रेडक्रास सौरभ सक्सेना, नोडल आफिसर रेडक्रास डाॅ.एम.ए.जिवानी, प्रभारी अधिकारी मेडिकल सेवायें श्री आदित्य पाण्डेय एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।