सूरजपुर जिले के प्रेमनगर तहसील अंतर्गत ग्राम महेशपुर का मामला

सूरजपुर/प्रेमनगर(विष्णु कसेरा} :-जंगल बचाने संबंधी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर महेशपुर के ग्रामीणों ने प्रेमनगर तहसील मुख्यालय में जंगी प्रदर्शन करते हुए तहसील कार्यालय का घेराव कर धरना दिया। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर तीन सूत्रीय मांगों के यथाशीघ्र पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
गौरतलब है कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत महेशपुरवासियो ने प्रेमनगर में रैली निकाल वन विकास निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विदित हो कि पिछले दिनों महेशपुर वासियों ने ग्राम पंचायत में बैठक कर सामूहिक निर्णय लेते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें यह उल्लेख किया गया था, कि कुछ लोगों के द्वारा वन भूमि पर कब्जे ओर पट्टे बनवाने की होड़ में समूचे जंगलों को उजाड़ झोपड़ी बनाया जा रहा है। जिस पर विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने और परंपरागत वनवासीयों को वन अधिकार पत्र देने, वन विकास निगम की लापरवाही के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने जैसी संबंधित मांग की गई थी। जिसके विरोध में ग्रामवासियों ने जंगी प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। जिसको लेकर शुक्रवार को अपनी मांगों के समर्थन में सैकड़ों महिला-पुरुष ब्लॉक मुख्यालय पहुंचकर बिरंची बाबा परिसर के समीप एकत्रित होकर समूचे नगर में नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे और तहसील कार्यालय का घेराव कर कार्यालय के सामने धरना देकर आमसभा का आयोजन किया।
जहां ग्रामवासियों ने वन विकास निगम के इस छूटभैया को हिटलर शाही निरूपित करते हुए कहा कि पूर्व में कई बार आवेदन देने के पश्चात भी उनके मांगों पर प्रशासनिक तौर से संज्ञान में नहीं लिए जाने का आरोप लगाते हुए ग्राम वासियों ने वन विकास निगम की लापरवाही के प्रति कार्रवाई के साथ-साथ उनके जल, जंगल और जमीन को बचाने संबंधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा और मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। साथ ही महेशपुर के ग्रामीणों के द्वारा शुक्रवार को मुख्यालय में प्रदर्शन के दौरान अराजकता की स्थिति बनी रही। जिससे पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी।
आंदोलन के दौरान सरपंच चंद्रशेखर लकड़ा, उपसरपंच बली राम राजवाड़े, महेंद्र यादव, ओम प्रकाश राजवाड़े, दिलर राम, बसंत लाल, रामदेव यादव, जगमोहन पंडो, साधारण राम, बाल कुमार राजवाड़े, विरेंद्र राजवाड़े, मंगलू लकड़ा सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।