आयोजन-माता-पिता पूजन सह पालक उन्मुखीकरण कार्यक्रम
सूरजपुर(विष्णु कसेरा)|क्षेत्र के प्रथम बस्तामुक्त विधालय माध्यमिक शाला रूनियाडीह में बलिदान दिवस व वेलेंटाइन डे के अवसर पर माता-पिता पूजन दिवस सह पालक उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन मेघा टेंभुरकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की मुख्य आतिथ्य, अंशु गोयल प्रदेश सचिव अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन की अध्यक्षता एवं बबीता अग्रवाल जिलाध्यक्ष, चंचल अग्रवाल सचिव, पिंकी जैन सह सचिव, निर्मला गर्ग एवं अनीता गोयल सक्रिय सदस्य की विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। अतिथियों का स्वागत संस्था के एसएमसी अध्यक्ष धर्मजीत राजवाड़े, उपाध्यक्ष गायत्री राजवाड़े व संस्था प्रमुख सीमांचल त्रिपाठी द्वारा किया गया।अपने स्वागत उद्बोधन में सीमांचल त्रिपाठी ने संस्था में वेलेंटाइन डे को माता-पिता पूजन कार्यक्रम के रूप में आयोजित करने की बात जिला शिक्षा अधिकारी जी की मंशानुरूप बताया। आपने बच्चों को नैतिक शिक्षा एवं संस्कारों से परिपूर्ण होना आवश्यक बताया,इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उनके माता-पिता की इज्जत करना, उनके बताए हुए रास्ते पर चलना व उनके अंतर्निहित उच्च संस्कारों को आत्मसात करने हेतु प्रेरित करना है।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में मेघा टेंभुरकर ने माता-पिता को धरती के देवता बताया व उनकी पूजन को समाज हेतु अत्यावश्यक निरूपित करते हुए समाज को मिलजुलकर रहने, नैतिकता व संस्कारवान बनाने की दिशा में शासकीय विधालय के प्रयासो की सराहना की। आपने माता-पिता पूजन को यादकर कहा कि बच्चे अपने माता-पिता को देवतुल्य मानकर श्रद्धापूर्वक जब पूजन अर्चन कर उनकी गोद मे सर रखे और अभिभावकों द्वारा उन्हें सस्नेह सहलाया जा रहा था, तब माता-पिता, बच्चे व उपस्थित हर ब्यक्ति के अश्रु बहने लगे जो बड़ा मार्मिक रहा। बच्चों को प्रतिदिन बड़ो का सम्मान करने की जरूरत है। अंशु गोयल ने विद्यालय एवं संस्था प्रमुख की तारीफ करते हुए कहा कि विद्यालय समाज को संस्कारवान बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन सतत रूप से करता आ रहा है। इस विद्यालय की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।संत वेलेंटाइन ने समाज को प्यार- मोहब्बत के साथ रहना सिखलाया।आज पाश्चात्य देशों की देखा-देखी में उस प्यार का गलत अर्थ समाज में लिया जा रहा है, जबकि बच्चा अपने माता-पिता, भाई-बहन, भाभी, अपने शिक्षक को भी प्यार करता है, उसे अपने माता-पिता के में देखता है। समाज को एक सही दिशा देने के लिए समाज को संस्कारवान बनाने की जरुरत है तभी समाज विकास करेगा। आज के कार्यक्रम मे बच्चों ने करमा, सुआ, नागपुरी व देशभक्ति गीतों पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित अभिभावकों का मन मोह लिया तो वहीं माताओं के लिए आयोजित खेलकूद कार्यक्रम में कुर्सी लूट में प्रथम- ताराबाई, द्वितीय- गायत्री, चम्मच-बाटी दौड़ में प्रथम-मुन्नी राजवाड़े, द्वितीय-सुनीता, अभिभावकों के लिए आयोजित कुर्सी लूट प्रतियोगिता में प्रथम-धर्मजीत राजवाड़े, द्वितीय रामप्रसाद, बोरा दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम- धर्मजीत व द्वितीय राम प्रसाद देवांगन तथा बच्चों के सामाजिक विज्ञान पर आधारित क्विज प्रतियोगिता में प्रथम प्रियंका व साथी ए समूह तथा द्वितीय ललिता एवं साथी बी समूह रहे, जिन्हें उपस्थित अतिथियों द्वारा अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन के सौजन्य से प्राप्त पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया तो वहीं विशेष आवश्यकता आधारित छात्र मनोज कुमार यादव को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत कर बच्चों को चॉकलेट व बिस्किट बाटकर स्कूल के पुस्तकालय हेतु यंग डिस्कवर सीरीज की एक सेट पुस्तक दी गई।इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन सूरजपुर इकाई द्वारा संस्था प्रमुख सीमांचल त्रिपाठी को शाल, व्यक्तिगत पुरस्कार देकर पगड़ी पहनाकर जिला सिरमौर शिक्षक से सम्मानित किया, तो वहीं संस्था के शिक्षकों श्रीमती एम0 टोप्पो, तिलेश्वरी राजवाड़े, विद्यावती सिंह व रिजवान अंसारी को व्यक्तिगत पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुमित्रा, नानदईया, इंदू सिंह, प्रियंका, संगीता, देवंती, रामजीत, नितिल सिंह, रंजीत, राहुल कुमार हंसलाल सक्रिय रहे।
