मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सस्पेंड करने क्यों लिखा संचनालय को पत्र और संचनालय ने क्यों जारी की नोटिस…
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सूरजपुर(विष्णु कसेरा)। स्वास्थ्य महकमे में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े का मामला अब संचनालय स्वास्थ्य सेवाए तक पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष ने मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शारदा प्रसाद वैश्य को सस्पेंड करने की मांग की है, तो संयुक्त संचालक ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संभागीय संयुक्त संचालक को नोटिस जारी कर 7 दिवस के अंदर टीप और अभिमत सहित प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।गौरतलब है कि सूरजपुर जिला चिकित्सालय में इन दिनों कर्मचारियों की भर्ती को लेकर व्यापक चर्चा व्याप्त है। कर्मचारियों की भर्ती के दौरान व्यापक लेनदेन और फर्जीवाड़े की शिकायत जनसामान्य के द्वारा भी विभिन्न स्तरों पर की गई । विधानसभा चुनाव से पहले जिले के कलेक्टर केसी देव सेनापति ने भी इसी फर्जीवाड़े की जांच के लिए एसडीएम स्तर की जांच टीम गठित की थी और जांच टीम ने स्वास्थ्य विभाग में दबिश देकर दस्तावेज भी जप्त किए थे। लेकिन जांच का खुलासा आज तक नहीं हो पाया।

इसी बीच छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष आलोक मिश्रा ने भी 16 जनवरी को संचनालय में तथ्यगत शिकायत करते हुए फर्जीवाड़े के लिए जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शारदा प्रसाद वैश्य को तत्काल सस्पेंड करने की मांग कर दी, जिस पर संयुक्त संचालक ने 12 फरवरी को संभागीय संयुक्त संचालक को आदेश जारी किया कि वह 1 सप्ताह के अंदर उल्लेखित बिंदु के आधार पर परीक्षण टीप और अभिमत सहित प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस पत्राचार से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।