रायपुर। 20 जनवरी को स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की महासमिति बैठक में अनिश्चितकालीन आंदोलन की समीक्षा की गई।
बैठक प्रांतीय कार्यालय रायपुर में आयोजित किया गया।स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का तीन चरणों के आंदोलन में दो चरण में प्रथम चरण में 18 और 19 दिसंबर को काली पट्टी बांध कर विरोध जताया है। वहीं दूसरे चरण में 10 जनवरी को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश स्वास्थ्य कर्मचारी ने पूरे प्रदेश में लिया अब 29 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर स्वास्थ्य कर्मचारी चले जाएंगे।
कौन-कौन सी रखी गई मांगें:
स्टाफ नर्सों को 4600 ग्रेड पे,टेक्नीशियन संवर्ग को 4400 ग्रेड पे , आर एच ओ(महिला, पुरुष) को 2800 ग्रेड पे, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 1800 ग्रेड पे , सहित सभी संवर्ग के कर्मचारियों को केंद्र के समान वेतनमान दिसम्बर 2015 से पहले लागू किया जाए ,मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के कर्मचारियों को चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान देने को की गई घोषणा का लाभ प्रदान किया जाए ,सिम्स एवं रायपुर मेडिकल कालेज के कर्मचारियों की परिवीक्षा अवधि पूर्ण किये 4 से 5 वर्ष हो चुके हैं उन्हें नियमित घोषित करते हुए वित्तीय लाभ दिया जाए ,राज्य मानसिक चिकित्सालय के कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करते हुए अन्य मानसिक चिकित्सालयों में दिए जा रहे वेतन का लाभ दिया जाए व स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत विभिन्न संवर्ग के लिपिकों को पुनिरिक्षित वेतनमान प्रदान किया जाए ।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि शासन की उदासीनता और मांगों के पूर्ण नहीं होने पर 29 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है।
प्रदेश के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, मुख्य सचिव, सचिव स्वास्थ्य से अनिश्चितकालीन आंदोलन के पूर्व कर्मचारियों की मांग पूरी कराने की अपील की है ।
कर्मचारियों में आंदोलन को लेकर उनके आक्रोश से लगता है 29 जनवरी से प्रदेश सहित जिला की स्वास्थ्य सेवाएं अस्त व्यस्त हो जाएगी ।