रायपुर। मध्यप्रदेश में शिक्षाकर्मियों के संविलियन होने के बाद से जांच शिक्षाकर्मियों में काफी उत्साह और आशा पैदा हुई है तो वहीं इस मामले पर राजनीतिक दलों की ओर से भी बयान आने शुरू हो गए हैं । जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने कहा कि वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को शुभकामनाएं देते हैं कि उन्होंने मध्यप्रदेश की सरकार ने शिक्षकों के लिए यह कदम उठाया है। भंसाली ने मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह से मांग करते हुए कहा कि वह छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मियों का संविलियन करें । भंसाली ने रमन सरकार पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की रमन सरकार 2004 से ही बार बार अपने घोषणापत्र में शिक्षाकर्मियों के संविलियन करने की बात दोहराती है । लेकिन बाद में पलट जाती है। इस बार भी शिक्षाकर्मियों के बड़े आंदोलन को कुचल दिया गया था और किसी प्रकार के आश्वासन झूठे आश्वासन के बाद उसे तोड़ दिया गया ।जिस पर आज भी संशय कायम है कि मांगे मानी जायेगी या नही। नितिन भंसाली ने यह कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को प्रदेश के शिक्षाकर्मियों का संविलियन जल्द से जल्द करना चाहिए ।
शिक्षाकर्मी न शिक्षक कहा जाए?
भंसाली ने यह भी कहा कि रमन सरकार को शिक्षाकर्मियों के नाम से जुड़ा कर्मी शब्द हटाना चाहिए और उन्हें केवल शिक्षक ही संबोधित करना चाहिए। गौरतलब है कि जोगी कांग्रेस लगातार शिक्षाकर्मियों के मुद्दे पर आक्रामक रवैया अख्तियार करती आई है ।पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के सुप्रीमो अजीत जोगी ने खुद कहा था कि अगर जोगी सरकार सत्ता पर आती है तो एक रात में ही वह शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर देंगे। सरकार में आते ही पहले हस्ताक्षर शिक्षाकर्मियों के संविलियन संबंधी मांगों पर होंगे।