
बिलासपुर/ नगर निगम ने संपत्ती कर वसूली संबंधित कार्य, झारखण्ड की एक निजी व्यावसायिक संस्था स्पायरो सॉफटेक प्राईवेट लिमिटेड को ठेके पर दे रखा है. यह संस्था कर वसूली कार्य के लिए स्थानीय बेरोजगार युवकों की नियुक्ति करके उनके माध्यम से करवा रही है, प्रारम्भ में भर्ती के समय ही इन युवकों से 50 या 25 हजार रुपये सुरक्षा निधि के रूप में, बैंक मांगपत्र के द्वारा लिए, साथ ही इनके मूल अंकसूचियां भी जमा करा लिए गए. कर वसूली के लक्ष्य के विषय मे स्थानीय युवकों को कोई माप-दंड नही दी गई थी और संपत्ती के नाप जोख संबंधित किसी प्रकार की कोई जानकारी या प्रशिक्षण भी नही दिया गया. लेकिन अब स्थिति ये है कि इन युवकों को मई माह का वेतन नही दिया गया, सूची में दर्शाये गए पूरे उपभोक्ताओं के कर वसूली नहीं होने पर या संस्था द्वारा लक्ष्यगत कीए गए आंकड़े पूर्ण न होने पर इनको प्रताड़ित किया जा रहा है, कार्य दिवस की उपस्थिति दर्ज नही किये जाने की धमकी दी जाती है, त्रुटि होने पर भरपाई वेतन से करना पड़ेगा कहा जाता है, जबकि संस्था द्वारा कोई उचित प्रशिक्षण नहीं दिया गया है, कार्य के समय का कोई निर्धारण नही है, बताया गया था सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक, परंतु ऐसा नही होता रात्रि 8-9 बजे तक कार्य लिया जाता है. संस्था के अधिकारियों द्वारा आये दिन इनके योग्यता पर प्रश्नचिन्ह लगाया जाता है और कहा जाता कि छत्तीसगढ़ के लोगो को काम करना नही आता है, बिहार, झारखण्ड से लड़के बुला कर काम करवाया जायेगा.
उपरोक्त, दिन प्रतिदिन की मानसिक प्रताड़ना ये स्थानीय युवा निरंतर झेलते आरहे हैं , इसलिये, अंत मे मीडिया के माध्यम से अपनी विवशता व्यक्त करने और वास्तविकता का खुलासा करने ये लोग सामने आने लगे हैं .