

क्रियान्वयन एजेंसी और सड़क निर्माण करने वाली कम्पनी के बीच सरकार के रुपयों की जमकर बंदरबाट के सबूत इन तीन किलोमीटर में दिखाई पड़ते हैं। एक ओर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवम विकास योजना के तहत गाँव-गाँव को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का शोर मचा रहें हैं वहीं दूसरी तरफ नौकरशाह आमजनमानस या फिर सरकार के रुपयों पर घर की तिजोरियों का वजन बढ़ा रहें हैं। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवम विकास योजना के तहत बनने वाली अधिकाँश सड़कों का यही हाल है। जिन्हे विकास की पक्की और मजबूत सड़क देखनी हो वे बिलासपुर जिले के सीपत क्षेत्र स्थित खोंदरा पहुंचें और वहां से कनई तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवम विकास योजना के तहत बनाई गई सड़क पर चलकर देखें। विकास की उधड़ी हुई गिट्टी और गढ्ढों में आपके पैर चोटिल ना हो तो बताइयेगा।